उदयपुर। शिक्षक की कथित पिटाई से जालौर के छात्र इंद्र मेघवाल की मौत के मामले में प्रदेश की राजनीति गरमा चुकी है। उदयपुर शहर विधायक और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का कहना है कि राज्य सरकार पूरी तरह फैल है। इस सरकार में बच्चे तक महफूज नहीं हैं। उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा ने भी राज्य सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कठघरे में लिया।
इधर, पीड़ित परिवार से मिलने के लिए नेताओं का सुराणा गांव पहुंचने का सिलसिला जारी है। इंद्र मेघवाल सुराणा गांव का था। मंगलवार को भी कई नेता और विभिन्न आयोगों के अध्यक्ष सुराणा पहुंचेंगे। मेवाड़ तथा वागड़ से भी भाजपा नेताओं का वहां जाने का कार्यक्रम है।
इंद्र मेघवाल की मौत को लेकर उदयपुर शहर और ग्रामीण इलाकों में प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि पीड़ित परिवार को मुआवजे की राशि बढ़ाने के साथ परिवार के दो सदस्यों को नौकरी दी जाए। उनका कहना है कि उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद राज्य सरकार ने पीड़ित परिवार को 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता के साथ उसके दो बेटों की नौकरी दी थी।
चर्चा में है कि कांग्रेस के कई नेता भी सुराणा जाएंगे। उनमें कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, मंत्री गोविन्द राम मेघवाल, भजनलाल जाटव, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सुराणा का नाम भी शामिल है। इसके अलावा राष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष और राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस जीके व्यास का भी सुराणा जाने का कार्यक्रम तय है। ये सभी पीड़ित परिवार के सदस्यों से मिलकर उन्हें सांत्वना देंगे।
इधर, नेता प्रतिपक्ष कटारिया का कहना है कि गहलोत सरकार कानून और व्यवस्था के मामले में पूरी तरह फैल है। सरकार बचाने के अलावा उनके पास कोई काम नहीं रहा। उनका भी सुराणा जाने का कार्यक्रम है लेकिन अभी तक तिथि की घोषणा नहीं की है। इधर, उदयपुर के दलित समाज ने मंगलवार को उदयपुर शहर में कैंडल मार्च निकालने का निर्णय लिया है।
सांसद को बार्डर पर रोका
बताया जा रहा है कि राज्यसभा सांसद एवं भाजपा नेता किरोडी लाल मीणा को जालौर में जाने से पहले ही बार्डर पर पुलिस ने रोक लिया है। पुलिस प्रशासन के अधिकारी उनके सुराणा जाने पर कानून व्यवस्था बिगड़ने का हवाला दे रहे हैं। उल्लेखनीय है कि सांसद मीणा ने पीड़ित परिवार को अपने एक महीने का वेतन बतौर मुआवजा देने की घोषणा की है। इस बीच प्रशासन ने जालौर में तनाव बढ़ने की आशंका के साथ इंटरनेट की स्पीड घटा दी है। उधर, सुराणा गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
जयपुर में विधानसभा के पास टंकी पर चढ़े प्रदर्शनकारी
छात्र इंद्र मेघवाल की मौत के विरोध में मंगलवार को जयपुर में प्रदर्शनकारी विधानसभा सामने टंकी पर चढ़ गए। उनकी मांग है कि सरकार पीड़ित परिवार को मुआवजा बढ़ाए और दो सदस्यों को सरकारी नौकरी प्रदान करे। बताया गया कि जयपुर में चार दलित नेता पानी की टंकी पर चढ गए।