उदयपुर, । राजस्थान सीनियर टीचर पेपर लीक मामले में उदयपुर पुलिस ने जालौर जिले के हरियाली मंडल के पटवारी गमाराम उर्फ गंगाराम विश्नोई को गिरफ्तार किया है।आरोप है कि उसने आठ लाख रुपए लेकर सीनीयर टीचर्स भर्ती का पेपर सॉल्व कराया था।
पुलिस रिमांड पर भूपेंद्र सारण
पुलिस रिमांड पर चल रहे मुख्य सरगना भूपेंद्र सारण ने पूछताछ में खुलासा किए जाने के बाद उदयपुर पुलिस ने पटवारी गमाराम को गिरफ्तार कर लिया था। वह उसे उदयपुर लेकर आई और यहां अदालत में पेश कर तीन दिन का रिमांड मांगा। पटवारी से पूछताछ में और भी खुलासे होने की संभावना है। दिसंबर में आयोजित सीनीयर टीचर भर्ती परीक्षा में सामान्य ज्ञान का पेपर लीक करने के मामले में पुलिस अंतिम कड़ी तक पहुंचने के प्रयास में है।
सारण से पूछताछ जारी
पेपर लीक मामले में रिमांड पर चल रहे आरोपी भूपेंद्र सारण से पूछताछ जारी है। उसने बताया कि पटवारी गमाराम ने 24 दिसंबर 2022 को होने वाले सामान्य ज्ञान के पेपर से एक दिन पूर्व इसे सॉल्व करवाने के लिए उससे आठ लाख रुपए में सौदा किया। पेपर आने के बाद आरोपी ने मामले में पूर्व में पकड़े गए हरियाली गांव के आरोपी सुनील पुत्र रघुनाथाराम विश्नोई पेपर सॉल्व करने के लिए भेजा था। पुलिस टीम आरोपी गमाराम से इस मामले को लेकर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि सुनील के अलावा और कितने लोगों को यह पेपर भेजा।
उदयपुर पुलिस ने पकड़ा था गिरोह
उल्लेखनीय है कि उदयपुर जिले में बेकरिया थाना पुलिस ने दिसम्बर में सीनीयर टीचर्स भर्ती परीक्षा से एक रात पहले एक बस को पकड़ा था। जिसमें डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों को चलती बस में पेपर सॉल्व कराया जा रहा था। उदयपुर पुलिस के इस खुलासे के बाद पूरे प्रदेश में हड़कम्प मच गया।
पेपर लीक मामले में फरार भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका की तलाश में जुटी पुलिस को तब बड़ी सफलता मिली, जब बेंगलुरु एयरपोर्ट से भूपेंद्र सारण पकड़ा गया, जो फिलहाल रिमांड पर है। इस मामले में अध्यापक शेरसिंह मीणा तथा सुरेश ढाका की तलाश अभी भी जारी है। जिनके पकड़े जाने पर पूरा मामला सामने आ जाएगा।