एनआईए कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपितों को लेकर जांच के लिए उदयपुर लाई थी। उन्हें अदालत के निर्देश पर वापस अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल भेज दिया गया लेकिन आरोपितों को लेकर चर्चा अभी भी जारी है।
बता दें एनआईए कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपित मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद को लेकर उदयपुर आई थी। उन्हें घटनास्थल जहां कन्हैयालाल की हत्या की गई, उनके अलावा सुखेर क्षेत्र के उस उद्योग ले जाया गया, जहां बैठकर उन्होंने वीडियो बनाकर वायरल किए थे। इसके अलावा राजसमंद जिले के भीम कस्बे के जंगल भी लेकर पहुंची, जहां उन्होंन फरार होने के दौरान बैग फेंका था।
पत्नी से मिलने गिड़गिड़ाता रहा आरोपित रियाज
चार दिन तक चली एनआईए की उदयपुर में चली पूछताछ के दौरान कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपितों से मिलने उनका कोई भी रिश्तेदार मिलने नहीं आया। जबकि आरोपित रियाज एनआईए अधिकरियों के समक्ष गिड़गिड़ाता रहा कि वह अपनी पत्नी से मिलना चाहता है। हालांकि एनआईए अधिकारियों का कहना था कि आरोपितों से मिलने पर कोई पाबंदी नहीं है। केवल उन्हीं आरोपितों से नहीं मिलवाया जा सकता, जिन्हें अभी तक बापर्दा रखा गया है। रियाज से मिलने उसके परिजन आते तो उन्हें नियमानुसार मिलने की अनुमति दी।
आरोपित रियाज और गौस को मिलवाया लेकिन बात नहीं की
एनआईए अधिकारियों ने बताया कि कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपितों मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद को लगभग तीन महीने बाद यहां मिलने का मौका मिला लेकिन दोनों ने एक-दूसरे से बात नहीं की। दोनों ने नजरें तक नहीं मिलाई और पूरी तरह खामोश रहे।
उल्लेखनीय है कि इसी साल 28 जून को मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने कन्हैयालाल की गला काटकर हत्या कर दी थी। जिसके लाइव मर्डर का ना केवल उन्होंने वीडियो बनाया, बल्कि उसे वायरल भी किया। यह मामला देश भर में चर्चित रहा। इस हत्याकांड के आरोपितों को एनआईए घटना के बाद पहली बार उदयपुर लेकर आई थी। एनआईए इस मामले में अब तक नौ आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है, जो सभी अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में हैं।