जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में चल रही खींचतान पर अब पार्टी आलाकमान सख्त हो गया है। कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश के नेताओं को साफ संदेश दिया है कि सार्वजनिक रूप से बयानबाजी करने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों का जायजा लेने आए राष्ट्रीय संगठन महासचिव के.सी.वेणुगोल ने साफ कहा कि यदि किसी मंत्री अथवा पार्टी पदाधिकारी ने सार्वजनिक रूप से किसी प्रकार की बयानबाजी की तो उसे पद से हटा दिया जाएगा।
उन्हें पद से हटाने को लेकर 24 घंटे में निर्णय हो जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमों के मंत्रियों व पदाधिकारियों की बयानबाजी से नाराज वेणुगोपाल ने दोनों नेताओं को भी अपने समर्थकों को हद में रखने की सलाह दी है। वेणुगोपाल ने दोनों नेताओं के साथ बंद कमरे में बैठक कर कहा कि उन्हें कोई भी बात कहनी है तो वे राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अथवा उनसे कहें, लेकिन मीडिया में नहीं कहें।
उन्होंने सीएम अशोक गहलोत की ओर से पिछले दिनों एक न्यूज चैनल से बातचीत में पायलट को लेकर की गई टिप्पणी को भी गैर जरूरी बताते हुए भविष्य में संयम बरतने की सलाह दी। उन्होंने पायलट से भी अपने मुददे पार्टी में ही रखने के लिए कहा ।
मंगलवार रात हुई उच्च स्तरीय बैठक में शामिल रहे एक नेता ने बताया कि वेणुगोपाल ने पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी को डांटते हुए कहा कि उन्हें अपनी हद में रहना चाहिए। वेणुगोपाल ने कहा, यदि चौधरी हद से आगे बढ़ेंगे तो आलाकमान सख्त निर्णय लेगा। इस नेता ने बताया कि वेणुगोपाल जब वरिष्ठ नेताओं को बयानबाजी बंद करने के लिए कह रहे थे तो चौधरी ने उनसे पूछा कि फिर कोई नेता कैसे अपनी भावना प्रकट करेगा । मेरे मन में भी बात है, लेकिन मैं राहुल की यात्रा के बाद अपनी बात कहूंगा। इस पर वेणुगोपाल ने उन्हें फटकारते हुए कहा कि आप हद में रहें, आप पंजाब के प्रभारी हैं, कार्यसमिति के स्थान पर गठित संचालन समूह में सदस्य हैं, फिर इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए।
राहुल की यात्रा तक विवाद से बचने की रणनीति
कांग्रेस आलकामन पांच से 21 दिसंबर तक प्रदेश से गुजरने वाली राहुल यात्रा के पहले और उस दौरान कोई विवाद नहीं चाहता, इसलिए ही वेणुगोपाल ने जयपुर आकर नेताओं को साफ शब्दों में बयानबाजी नहीं करने की हिदायत दी । 25 सितंबरको कांग्रेस आलाकमान के निर्देश पर बुलाई गई विधायक दल की बैठक के समानांतर विधायकों की बैठक बुलाने वाले संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल, मुख्य सचेतक महेश जोशी और पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ के खिलाफ कार्रवाई राहुल की यात्रा के बाद होगी ।
सूत्रों के अनुसार मंत्री परसादी लाल मीणा, नागरिक सुरक्षा राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा, विधायक दिव्या मदेरणा और खिलाड़ी लाल बैरवा के खिलाफ आलाकमान को लिखित में शिकायत मिली है। इन सभी ने 27 सिंतबर को जारी गाइडलाइन के बाद भी बयानबाजी की है।