नई दिल्ली। राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन में कांग्रेस हाईकमान को राजनीतिक समीकरण साधने के साथ ही अंदरूनी उथल-पुथल थामने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। आगामी 10 जून को राज्यसभा की 57 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में कांग्रेस को अधिकतम नौ सीटें ही मिल सकती हैं, लेकिन अगर सहयोगी दलों ने दरियादिली दिखाई तो यह आंकड़ा 11 सीटों तक पहुंच सकता है। इसलिए पार्टी में राज्यसभा के लिए दावेदारों की संख्या एक अनार और सौ बीमार जैसी है।
असंतुष्ट नेताओं को उच्च सदन में भेजने का दबाव
पी चिदंबरम और जयराम रमेश जैसे पार्टी के कुछ दिग्गज नेताओं को सदन में लाना जहां नेतृत्व की जरूरत है। वहीं गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा सरीखे असंतुष्ट नेताओं को उच्च सदन में भेजने का दबाव भी है। इसके बीच कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ तो कुछ उभरते नई पीढ़ी के चेहरे भी मौका हासिल करने के लिए पूरा जोर लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।