नई दिल्ली, । हिंदू धर्म में रक्षाबंधन पर्व का विशेष महत्व है। बता दें कि इस वर्ष भद्रकाल के कारण दो दिन यानी 30 और 31 अगस्त के दिन रक्षाबंधन पर्व मनाया जाएगा। इस पवित्र पर्व को भाई और बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, श्रावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन रक्षाबंधन पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस विशेष दिन पर देवी-देवताओं की उपासना का भी विशेष महत्व है। ऐसे में भाई की कलाई पर राखी बांधने से पहले देवताओं को राखी अर्पित करना चाहिए। आज के दिन कुछ देवताओं को भाई मानकर बहनें राखी बांध सकती हैं।
रक्षाबंधन के समय इन देवताओं को सबसे पहले बांधें राखी
- गणेश जी- भगवान गणेश देवताओं में प्रथम पूजनीय हैं, इसलिए रक्षाबंधन के समय गणपति जी को सबसे पहले राखी जरूर अर्पित करें। ऐसा करने से सभी विघ्न दूर हो जाते हैं।
- हनुमान जी- हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है। ऐसे में इस शुभ अवसर पर हनुमान जी को राखी बांधना अत्यंत फलदाई माना जाता है। साथ ही जिन बहनों को भाई की कलाई पर राखी बांधने का मौका नहीं मिला है, वह हनुमान जी को राखी बांध सकती हैं।
- शिव जी- रक्षाबंधन के पावन अवसर पर कई लोग महादेव को राखी अर्पित करते हैं। ऐसा करने से शिव जी प्रसन्न होते हैं और साधक की सभी संकटों से रक्षा करते हैं।
- श्री कृष्ण- रक्षाबंधन के दिन बहनें भगवान श्री कृष्ण को भाई मानकर राखी बांध सकती हैं। पूर्ण श्रद्धा भाव से ऐसा करने से श्री कृष्ण साधक रक्षा करते हैं और सभी कष्ट दूर कर देते हैं।