पटना : बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा कि यदि नीतीश कुमार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को “गांधी का हत्यारा” मानते हैं, तो वे 22 साल बीजेपी के साथ क्यों रहे? उन्होंने भ्रष्टाचार और कांग्रेस से हाथ मिलाने के गृह मंत्री अमित शाह के आरोप का जवाब देने की बजाय उनकी उम्र का बेतुका सवाल क्यों उठाया?
लालू के लिए संघ के खिलाफ बोल रहे नीतीश
मोदी ने कहा कि यदि नीतीश कुमार को संघ से इतना परहेज था, तो वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री क्यों बने थे ? उन्होंने पूछा है कि जब संघ के द्वितीय सरसंघचालक गुरु गोलवलकर की जन्मशती मनाई गई थी, तब नीतीश कुमार उसमें शामिल हुए थे, लेकिन आज वे लालू प्रासाद का कृपा पात्र बने रहने के लिए संघ पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।
जवाब नहीं दे सके तो करने लगे उम्र की बात
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जब गृहमंत्री शाह के मुद्दा आधारित सवाल का जवाब न दे सके, तब उनकी उम्र पर टिप्पणी करने लगे। क्या स्वाधीनता आंदोलन या इतिहास के किसी काल खंड पर केवल वही बोल सकता है, जो उस काल में रहा हो? क्या इतिहास की पढ़ाई और इस पर विमर्श को बंद कर दिया जाना चाहिए?
नीतीश कर रहे जेपी के आदर्शों का पालन?
मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार में डूबे राजद नेतृत्व और इमरजेंसी थोपने वाली कांग्रेस की चौखट पर मत्था टेकने वाले नीतीश कुमार क्या जेपी के आदर्शों का पालन कर रहे हैं? मोदी ने पूछा क्या स्वाधीनता आंदोलन या इतिहास के किसी काल खंड पर केवल वही बोल सकता है, जो उस काल में रहा हो? क्या इतिहास की पढाई और इस पर विमर्श को बंद कर दिया जाना चाहिए? उन्होंने कहा कि कुर्सी के मोह और कुसंग में पड़ कर नीतीश कुमार का विवेक नष्ट हो रहा है।