नई दिल्ली, । देश में कोरोना की तीसरी लहर अब धीमी पड़ रही है। साथ ही 15 से 18 साल की उम्र के किशोरों का टीकाकरण भी तेजी से किया जा रहा है। इसी बीच, केंद्र सरकार स्कूलों को फिर से खोलने को लेकर एडवाइजरी जारी कर सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह से देश भर में स्कूल खोलने के तौर-तरीकों पर सुझाव देने और काम करने को कहा है। सूत्रों ने कहा, ‘कोविड-19 ने सभी उम्र के बच्चों को प्रभावित किया है। हालांकि, बच्चों में मृत्यु दर और बीमारी की गंभीरता काफी कम है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों के स्कूलों में लौटने का समय आ गया है।’ सूत्रों ने ये भी बताया है कि केंद्र सरकार कोविड प्रोटोकाल के सख्त पालन के तहत स्कूलों को फिर से खोलना चाहती है। हालांकि, यह राज्यों को तय करना होगा कि वे स्कूल खोलने के लिए तैयार हैं या नहीं।
बता दें कि महाराष्ट्र में स्कूलों को खोला जा चुका है। वहीं, हरियाणा और तमिलनाडु में 1 फरवरी जबकि उत्तराखंड में 31 जनवरी से स्कूलों को खोलने का फैसला लिया गया है। यूपी और दिल्ली में अभी इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। आपको बताते हैं कि अलग-अलग राज्यों में स्कूलों को खोलने को लेकर क्या प्लानिंग है।
महाराष्ट्र में खुले 1 से 12वीं कक्षा के स्कूल
महाराष्ट्र में 24 जनवरी से कक्षा एक से लेकर 12वीं तक के स्कूलों को खोल दिया गया है। अधिक संक्रमण दर वाले जिलों में स्कूलों को खोलने का फैसला स्थानीय प्रशासन पर छोड़ा गया है।
हरियाणा में 1 फरवरी से खुलेंगे
हरियाणा सरकार ने 1 फरवरी से सभी सरकारी और निजी स्कूलों को खोलने का निर्देश दिया है। 1 फरवरी से स्कूलों में दसवीं से बारहवीं तक की कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। छठी से नौवीं तक की कक्षाएं शुरू करने के लिए बाद में फैसला लिया जाएगा।