नई दिल्ली। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार लाल निशान पर खुला है। बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों ही सूचकांक लाल निशान पर कारोबार करने के साथ खुले हैं।
मिलेजुले वैश्विक संकेतों के बीच सेंसेक्स 350.86 अंक या 0.45 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76,859.04 पर है। वहीं, निफ्टी 117.60 अंक या 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,383.50 पर है।
लगभग 1450 शेयरों में तेजी आई, 1233 शेयरों में गिरावट आई और 139 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
वैश्विक बाजार से आ रहे कमजोर रुझानों की वजह से निवेशकों ने तेल और गैस पूंजीगत वस्तुओं और एफएमसीजी शेयरों के शेयरों को बेचना शुरू कर दिया था।
वैश्विक शेयर बाजारों से कमजोर रुझान और विदेशी पूंजी की ताजा निकासी के कारण शुरुआती कारोबार में बाजार में गिरावट आई। रिकॉर्ड तोड़ तेजी के बाद मुनाफावसूली ने भी बेंचमार्क सूचकांकों पर दबाव डाला।
सेंसेक्स के टॉप गेनर्स और लूजर्स
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, अडानी पोर्ट्स, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बजाज फाइनेंस और जेएसडब्ल्यू स्टील टॉप लूजर्स रहे। सन फार्मा, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज टॉप गेनर्स रहे।
निफ्टी के टॉप गेनर्स और लूजर्स
खबर लिखे जाने तक निफ्टी पर सन फार्मा, आईसीआईसीआई बैंक, विप्रो, आईटीसी और श्रीराम फाइनेंस टॉप गेनर्स रहे हैं जबकि इंडसइंड बैंक, सिप्ला, एसबीआई, टाटा स्टील और बजाज फाइनेंस टॉप लूजर्स में नजर आए हैं।
शुक्रवार को कैसा रहा था बाजार
बीते कारोबारी दिन शुक्रवार की बात करें तो शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ। लगातार छह कारोबारी सत्र से बाजार में तेजी जारी थी लेकिन हफ्ते के आखिरी दिन बाजार की तेजी पर ब्रेक लग गया।
ग्लोबल मार्केट का हाल
एशियाई बाजारों में सियोल, शंघाई और हांगकांग में गिरावट दर्ज की गई, जबकि टोक्यो में तेजी दर्ज की गई। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार ज्यादातर गिरावट के साथ बंद हुए।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 1,790.19 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.07 प्रतिशत गिरकर 85.18 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
डॉलर के मुकाबले रुपये में सीमित दायरे में कारोबार
घरेलू शेयर बाजार में नकारात्मक रुख के बीच सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में सीमित दायरे में कारोबार हुआ।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी ने भी स्थानीय इकाई पर दबाव डाला और तेजी को सीमित कर दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, स्थानीय इकाई 83.52 पर खुली और शुरुआती सौदों में डॉलर के मुकाबले 83.45 पर कारोबार करते हुए आगे बढ़ी, जो अपने पिछले बंद स्तर से 12 पैसे की वृद्धि दर्ज करती है।
शुक्रवार को रुपया 83.63 के निम्नतम स्तर पर पहुंच गया था, लेकिन अंत में डॉलर के मुकाबले 83.57 पर बंद हुआ, जो अपने पिछले बंद स्तर से 4 पैसे की बढ़त दर्ज करता है।