महुआ ने ट्वीट में यह कहा है कि ‘मैंने कभी भी किसी फिल्म या पोस्टर का नाम नहीं लिया है। ना ही स्मोकिंग शब्द का इस्तेमाल किया है।
बता दें कि पूरे देश में एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली के पोस्टर को लेकर विवाद छिड़ गया है। पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है। इसपर एक समुदाय का कहना है कि यह करोड़ों लोगों की धार्मिक भावना को आहत करनेवाला पोस्टर है। फिल्म के निर्माता लीना मणिमेकलई सहित अन्य पर देश के कई राज्यों में एफआइआर दर्ज कराई गई है।
सांसद महुआ ने कहा कि लोग अपने देवी-देवता को किस रूप में देखना चाहेंगे, यह उनका व्यक्तिगत विषय है। महुआ ने आगे कहा-‘भारत में ऐसी जगह भी है, जहां देवी-देवताओं को प्रसाद के रूप में शराब चढ़ाई जाती है और ऐसी जगह भी है, जहां ऐसा करना धार्मिक भावनाओं के खिलाफ है। आप अगर भूटान अथवा सिक्किम जाएंगे तो वहां सुबह पूजा के समय देवी-देवताओं को मदिरा चढ़ाई जाती है और अगर उत्तर प्रदेश जाएंगे तो ऐसा करना धार्मिक भावनाओं के खिलाफ होगा। मां काली मेरे लिए मांस व मदिरा ग्रहण करने वाली देवी हैं।’ तृणमूल कांग्रेस ने महुआ के बयान से किनारा करते हुए इसे उनका व्यक्तिगत विचार करार दिया।