- टोक्यो ओलिंपिक-2020 (Tokyo Olympics-2020) में स्वर्णिम इतिहास रचने के बाद भारत के स्टार एथलीट भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने लंबे ब्रेक के बाद मैदान पर वापसी कर ली है. नीरज ने बुधवार से अपना अभ्यास शुरू कर दिया है. नीरज ने सोशल मीडिया पर अपनी फोटो शेयर करते हुए बताया कि वह अब ट्रेनिंग पर वापस लौट चुके हैं. नीरज भारत के पहले एथलीट हैं जिन्होंने ओलिंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीता है. उन्होंने अगस्त के महीने में जापान का राजधानी में खेले गए खेलों के महाकुंभ में ये कमाल किया था और इतिहास रचा था. टोक्यो से लौटने के बाद नीरज ब्रेक पर थे. अब वह वापस मैदान पर लौट आए हैं.
नीरज ने अपने अभ्यास की फोटो ट्वीट करते हुए लिखा, ‘पहले जिनती भूख और इच्छा थी उसी भूख और इच्छा के साथ इस सप्ताह लौटा हूं. पिछले ओलिंपिक चक्र की तरह ही शुरुआत करना अच्छा है. आप सभी को आपके संदेशों के लिए धन्यवाद.’
सपना किया पूरा
भारत को लंबे समय से एथलेटिक्स में ओलिंपिक पदक नहीं मिला था. दो बार भारत ओलिंपिक खेलों में एथलेटिक्स में पदक जीतने से चूक गया था. मिल्खा सिंह रोम ओलिंपिक में काफी करीब से पदक से चूक गए थे. वहीं 37 साल पहले पीटी ऊषा भी काफी करीब से पदक से चूक गई थीं और चौथे स्थान पर रही थीं. लेकिन नीरज ने भारतीय एथलेटिक्स की कसक को इस साल पूरा किया और सीधा स्वर्ण पदक अपने नाम किया. उन्होंने टोक्यो में 87.58 मीटर की दूरी तक भाला फेंक स्वर्ण पदक जीता और इतिहास रचा. वह ओलिंपिक में एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले मात्र दूसरे खिलाड़ी हैं. उनसे पहले 2008 बीजिंग ओलिंपिक में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने भारत को एकल स्पर्धा में पहला स्वर्ण पदक दिलाया था. नीरज की इस सफलता भालाफेंक जैसे खेल को नए आयाम दिए.