- नई दिल्ली । केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अब तक की सारी अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि 2024 में मोदी (नरेंद्र मोदी) को प्रधानमंत्री बनाना है तो 2022 में एक बार फिर योगी (योगी आदित्यनाथ) को मुख्यमंत्री बनाना होगा।
शुक्रवार को लखनऊ के डिफेंस एक्सपो मैदान सेक्टर-17 वृन्दावन योजना स्थित कार्यक्रम स्थल में अमित शाह ने ‘मेरा परिवार- भाजपा परिवार’ नारे के साथ भाजपा के सदस्यता अभियान की शुरुआत करने के बाद अवध क्षेत्र के शक्ति केंद्र संयोजक/प्रभारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा के लोग जब कमल का झंडा और नारा लेकर चल पड़ते हैं तो विपक्षी दलों के दिल दहल जाते हैं।
शाह ने कहा, ‘यह चुनाव भारत माता को विश्व गुरु बनाने का चुनाव है। दीपावली के बाद चुनाव तेजी पकड़ेगा और समर्पण दिखाते हुए चुनावी अभियान में तेजी के साथ जुटें।’ शाह ने भीड़ से चुनाव में तीन सौ से अधिक सीटें जिताने का वचन लेते हुए कहा, ‘मोदी जी को एक और मौका दे दीजिए, योगी जी को एक बार फि?र मुख्यमंत्री बना दीजिए, उप्र देश में नंबर एक हो जाएगा।’ उन्होंने विधानसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि 2014, 2017 और 2019 के चुनाव से पहले सदस्यता अभियान शुरू किया था और 2022 के चुनाव का श्रीगणेश आज के सदस्यता अभियान से कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के गौरवमयी अतीत और भगवान राम एवं कृष्ण की चर्चा करते हुए शाह ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश की पहचान कैसी थी लेकिन 2017 के बाद भाजपा ने उप्र को पहचान दिलाने का कार्य किया और प्रदेश को बहुत आगे ले जाने का कार्य किया। भाजपा ने पहली बार सिद्ध किया कि सरकारें परिवार के लिए नहीं, सूबे के सबसे गरीब से गरीब व्यक्ति के लिए होती हैं।
विपक्षी दलों, विशेष रूप से समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा कि फिर से चुनाव के नगाड़े बज गये हैं और जो घर बैठ गये थे वह नये कपड़े सिलाकर आ गये हैं कि हमारी सरकार बनने जा रही हैं। शाह ने कहा, ‘मैं अखिलेश से हिसाब मांगता हूं कि पांच साल में आप विदेश कितने दिन रहे, उप्र की जनता को इसका हिसाब दे दीजिए।’ उन्होंने तंज किया कि ‘इन लोगों ने शासन स्वयं के लिए, परिवार के लिए और ज्यादा से ज्यादा सोच बड़ी हो गई तो अपनी जाति के लिए किया, और किसी के लिए नहीं किया।’