बिजनौर, । UP Election 2022 Phase 2 Voting: बिजनौर में आज आठ सीटों के लिए मतदान हो रहा है। लेकिन इस बीच अफवाहों का दौर भी जारी है। जिले के धामपुर में केएम इंटर कॉलेज के बूथ संख्या-74 पर वोट करने से रोकने संबंधी एक ट्वीट किया गया। जिसकी खबर एक नेशनल चैनल पर चल गई। इससे अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
इसको लेकर प्रेक्षक अभिजीत बरुआ और सीओ धामपुर अजय अग्रवाल तुरंत मौके पर पहुंचे, जांच में सूचना झूठी पाई गई। पुलिस इस मामले में कार्रवाई करने में जुट गई है। वहीं दूसरी ओर किसी भी अफवाह से बचने के लिए भी कहा गया है। कड़ी सुरक्षा के बीच वोट डाले जाने का काम जारी है। वरिष्ठ अफसर पूरे जिले में हो रहे मतदान पर पैनी निगाह बनाए हुए हैं।
प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दांव पर
बिजनौर जिले में कई प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दांव पर है। सभी आठ सीटों पर 26.90 लाख मतदाता इन प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। चुनाव परिणाम से ही इनका राजनीतिक भविष्य तय होगा। दस मार्च को सामने आ जाएगा कि जनता ने किसे चुना है। इस बार चुनाव में नजीबाबाद, नगीना और नहटौर सीट पर तीन पूर्व सांसद भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। बिजनौर सदर सीट पर बसपा से चुनाव लड़ रहीं पूर्व विधायक रुचि वीरा जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं और सपा सरकार में हुए उपचुनाव में पहली बार विधायक बनी थीं। 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा का गठबंधन हुआ तो वह आंवला लोकसभा सीट पर बसपा का टिकट लेने में कामयाब रहीं, हालांकि जीत नहीं पाईं। अब वह बसपा से फिर चुनाव मैदान में हैं। गठबंधन प्रत्याशी डा. नीरज चौधरी और भाजपा प्रत्याशी एवं विधायक सुचि मौसम चौधरी भी मैदान में हैं। धामपुर से बसपा प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री मूलचंद चौहान तीन बार सपा के टिकट पर विधायक बने। इस बार भी वह सपा से टिकट के दावेदार थे, लेकिन टिकट नहीं मिला। अब वह बसपा से किस्मत आजमा रहे हैं। सपा के टिकट पर नगीना सीट से दो बार लगातार विधायक मनोज पारस तीसरी बार भी मैदान में हैं। यहां से भाजपा के पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री डा. यशवंत ङ्क्षसह मैदान में हैं। नजीबाबाद सीट से भाजपा के पूर्व सांसद व पूर्व मंत्री भारतेंद्र ङ्क्षसह भी किस्मत आजमा रहे हैं। वे बिजनौर सीट से दो बार विधायक एवं एक बार सांसद रह चुके हैं। पहली बार वे अपने गृह क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं। नहटौर विस सीट पर गठबंधन से पूर्व सांसद मुंशीराम पाल ताल ठोक रहे हैं। वे साल 2004 में बिजनौर लोकसभा सीट से सपा और रालोद के गठबंधन से ही चुनाव जीतकर सांसद बने थे।