प्रतापगढ़, । यूपी विधानसभा चुनाव में जब नाते-रिश्ते दरकते दिख रहे हैं, चाचा-भतीजा और बहनों में खींचतान देखने को मिल रही तभी अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने बेटी होने का फर्ज निभाते हुए प्रतापगढ़ की सदर विधानसभा सीट को अपनी मां कृष्णा के लिए चुनाव लड़ने की खातिर छोड़ दी है।
प्रतापगढ़ की सदर सीट से भारतीय जनता पार्टी ने राजेंद्र कुमार मौर्य को अपना प्रत्याशी बनाया है। भाजपा के जिला अध्यक्ष हरिओम मिश्र ने बताया कि उन्हें ओबीसी कैंडिडेट को लड़ाने का निर्देश मिला था। राजेंद्र कुमार मौर्य को सदर से नामांकन कराया गया। उधर, अपना दल (एस) के जिलाध्यक्ष बृजेश कुमार पटेल ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया ने इस सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला किया है, वजह यह कि अनुप्रिया की मां कृष्णा पटेल सपा और अपना दल कमेरावादी के गठबंधन के टिकट पर इस सीट से चुनाव लड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि माता के सम्मान व प्यार की खातिर वह अपनी पार्टी से प्रत्याशी नहीं उतारेगी। यह कहते हुए उन्होंने यह सीट भाजपा की झोली में डाल दी।
रिश्ते में राजनीतिक कारणों से आई है खटास
अनुप्रिया के इस फैसले की खासी चर्चा और सराहना हो रही है क्योंकि राजनीति में कोई किसी का सगा नहीं वाली कहावत सुनाई जाती है और मां-बेटी के रिश्ते में राजनीतिक तौर पर खटास भी रही है। उल्लेखनीय है कि अनुप्रिया और उनकी मां कृष्णा के बीच विचार नहीं बनने की वजह से पार्टी में फूट पड़ चुकी है। अनुप्रिया अपना दल (एस) की अध्यक्ष हैं जबकि मां कृष्णा और बहन पल्लवी अपना दल (कमेरावादी) में हैं। पल्लवी ने मंगलवार को ही सपा के साथ गठबंधन के बाद कौशांबी की सिराथू सीट पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद के खिलाफ नामांकन किया है।