लखनऊ, । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में पांच चरणों का मतदान हो चुका है। अब छठवें और सातवें चरण का मतदान होना है। छठवें चरण में 10 जिलों की 57 सीटों पर तीन मार्च को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा। इनमें आंबेडकर नगर, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीर नगर, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया व बलिया की विधान सभा सीटें आती हैं। इन जिलों के 2.14 करोड़ से अधिक मतदाता 676 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। हम आपको छठवें चरण की दस हाट सीटों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनपर पूरे यूपी की निगाहें टिकी हैं।
छठे चरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहति कई दिग्गजों की परीक्षा : भाजपा यह चुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर लड़ रही है और वह गोरखपुर शहर सीट से प्रत्याशी हैं, इसलिए पूरी पार्टी की प्रतिष्ठा इससे जुड़ गई है। इसी तरह नेता प्रतिपक्ष और सपा के दिग्गज रामगोविंद चौधरी के अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और बसपा प्रदेश अध्यक्ष उमाशंकर सिंह की सीट पर भी इसी चरण में मतदान होना है। सभी की नजर फाजिलनगर पर भी टिकी है, क्योंकि योगी सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा को मिट्टी में मिलाने की हुंकार के साथ इस बार सपा प्रत्याशी के रूप में ताल ठोंक रहे हैं।
गोरखपुर शहर सीट से सीएम योगी के खिलाफ सपा से सुभावती शुक्ला प्रत्याशी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वह गोरखपुर शहर सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं। भाजपा चाहती है कि योगी की न सिर्फ जीत हो, बल्कि सर्वाधिक मतों के अंतर से विजय मिले। सपा ने उनके सामने सुभावती शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है। वहीं आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने ताल ठोकी है। बहुजन समाज पार्टी ने ख्वाजा शमसुद्दीन को मैदान में उतारा है। कांग्रेस की तरफ से डॉ. चेतना पांडेय को प्रत्याशी बनाया गया है। 2017 में यहां से भाजपा के डॉ. राधा मोहन ने जीते थे।
देवरिया में भाजपा के शलभ मणि त्रिपाठी के सामने सपा के अजय प्रताप सिंह : देवरिया सीट से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी चुनाव मैदान में हैं। शलभ के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने अजय प्रताप सिंह, बसपा ने रामसरन और कांग्रेस ने पुरुषोत्तम नारायण सिंह को टिकट दिया है। पिछली बार इस सीट से भाजपा के जन्मेजय सिंह ने जीत हासिल की थी।
बांसडीह में सपा के रामगोविंद चौधरी के सामने भाजपा की केतकी सिंह : बलिया की बांसडीह सीट से समाजवादी पार्टी नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी चुनाव लड़ रहे हैं। राम गोविंद के खिलाफ भाजपा ने केतकी सिंह, बसपा ने मान्ती राजभर और कांग्रेस ने पुनीत पाठक को अपना उम्मीदवार बनाया है। 2017 में भी इस सीट पर सपा के राम गोविंद चौधरी जीते थे।
फाजिलनगर में भाजपा के बागी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के सामने भाजपा के सुरेंद्र कुशवाहा : योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री पद छोड़कर बागी हुए सपा का दामन थामने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य इस बार सपा के टिकट पर फाजिलनगर से चुनाव लड़ रहे हैं। स्वामी प्रसाद के खिलाफ भाजपा ने सुरेंद्र कुशवाहा को मैदान में उतारा है। बसपा ने ईलियास और कांग्रेस ने सुनील मनोज सिंह को प्रत्याशी बनाया है। पिछली बार इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी गंगा सिंह कुशवाहा जीते थे।
फेफना में मंत्री उपेंद्र तिवारी के सामने सपा के संग्राम सिंह और बसपा के कमल देव : विधानसभा चुनाव के छठवें चरण में बलिया की फेफना सीट पर भी चुनावी रण काफी दिलचस्प होगा। यहां से योगी आदित्यनाथ सरकार में खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी भाजपा की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं। उपेंद्र के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने संग्राम सिंह और बहुजन समाज पार्टी ने कमल देव को मैदान में उतारा है। कांग्रेस की तरफ से जयनेंद्र को टिकट मिला है। 2017 में इस सीट पर उपेंद्र तिवारी ने जीत हासिल की थी।
अम्बेडकरनगर की कटेहरी सीट भी हाट सीट में शुमार : छठवें चरण में जिन विधानसभा सीटों पर मतदान होना है उसमें अम्बेडकरनगर की कटेहरी सीट भी सुर्खियों में है। यहां से बसपा के बागी विधायक लालजी वर्मा समाजवादी पार्टी के टिकट से मैदान में हैं। लालजी के खिलाफ बसपा के प्रतीक पांडेय और भाजपा गठबंधन से निषाद पार्टी के अवधेश कुमार मैदान में हैं। कांग्रेस ने निशात फातिमा को उम्मीदवार बनाया है। पिछली बार यह सीट बसपा के खाते में गई थी।
बलिया नगर सीट से भाजपा प्रत्याशी दयाशंकर सिंह के सामने सपा के पूर्व मंत्री मैदान में : बलिया नगर से इस बार भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को मैदान में उतारा है। उनकी पत्नी स्वाति सिंह योगी सरकार में मंत्री हैं। दयाशंकर के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री नारद राय और बसपा ने शिवदास प्रसाद वर्मा को टिकट दिया है। कांग्रेस की तरफ से ओम प्रकाश को प्रत्याशी बनाया गया है। पिछली बार इस सीट से आनंद स्वरुप शुक्ला ने जीत हासिल की थी। आनंद योगी सरकार में संसदीय कार्य राज्यमंत्री भी हैं। इस बार आनंद की सीट बदलकर बैरिया कर दी गई है।
इटवा में भाजपा के डा. सतीश चंद्र द्विवेदी के सामने सपा के माता प्रसाद पांडेय : सिद्धार्थनगर की इटवा सीट से भाजपा ने योगी सरकार में बेसिक शिक्षा मंत्री डा. सतीश चंद्र द्विवेदी को मैदान में उतारा है। समाजवादी पार्टी की तरफ से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय प्रत्याशी बनाए गए हैं। बसपा ने हरिशंकर सिंह और कांग्रेस ने अरशद खुर्शीद को टिकट दिया है। पिछली बार भी इस सीट पर डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने ही जीत दर्ज की थी।
पथरदेवा में भाजपा के सूर्य प्रताप शाही और सपा के ब्रह्माशंकर त्रिपाठी में टक्कर : देवरिया की पथरदेवा सीट पर भी इस बार चुनावी जंग दिलचस्प है। पथरदेवा सीट से भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और योगी सरकार में मंत्री सूर्य प्रताप शाही चुनाव लड़ रहे हैं। शाही के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने ब्रह्माशंकर त्रिपाठी, बसपा ने परवेज आलम और कांग्रेस ने अंबर जहां को टिकट दिया है। पिछली बार यहां से भाजपा के सूर्य प्रताप शाही जीते थे।
तमकुही राज में कांग्रेस के अजय कुमार लल्लू की भाजपा के असीम कुमार से टक्कर: तमकुही राज सीट पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू खुद चुनााव लड़ रहे हैं। यहां अजय कुमार लल्लू के खिलाफ भाजपा के असीम कुमार मैदान में हैं। पिछली बार भी अजय लल्लू ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। इस बार उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने असीम कुमार, सपा ने उदय नारायण और बसपा ने संजय को मैदान में उतारा है।