Latest News उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय लखनऊ

मुलायम के जन्मदिन पर पिघल सकती समाजवादी रिश्तों पर जमीं बर्फ


  • इटावा, समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और चाचा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) प्रमुख शिवपाल सिंह यादव के बीच जुबानी जंग में अब नरमी आई है। राजनीतिक हल्कों में इसके कयास लगाए जा रहे हैं कि 22 नवंबर को सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर दोनों के बीच गठबंधन या विलय पर निर्णय हो सकता है। दो दिन से इटावा में ही प्रवास कर रहे शिवपाल पहले ही कह चुके हैैं कि फैसला अखिलेश पर निर्भर है। मैं उनका चाचा हूं और रहूंगा। अब अखिलेश यादव की घोषणा का इंतजार किया जा रहा है।
मुलायम के जन्मदिवस पर सोमवार को शिवपाल यादव सैफई में केक काटकर दंगल कराएंगे। वहीं, अखिलेश यादव लखनऊ में ही जन्मदिन मनाएंगे। फिलहाल सैफई के मास्टर चंदगीराम स्टेडियम में प्रसपा के कार्यक्रम की तैयारी चल रही है और दंगल में मुलायम व अखिलेश यादव को भी आमंत्रण दिया गया है। इससे एक दिन पूर्व यानी रविवार को हैंवरा डिग्री कालेज में कवि सम्मेलन में प्रसपा प्रमुख ने कहा कि मुलायम जैसी सोच के नेता ही देश का विकास कर सकते हैैं। अब उम्मीद जताई जा रही है कि लखनऊ में कार्यक्रम के दौरान अखिलेश सोमवार को कोई बड़ा एलान कर सकते हैैं।

मुलायम ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका: बताते हैैं कि समाजवादी कुनबे के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल व अखिलेश के रिश्ते की तल्खी दूर करने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने चुनाव से पहले दोनों लोगों को बुलाकर एक साथ बैठने को कहा है। जिस पर दोनों के बीच सहमति बन गई है। चार नवंबर को सैफई आए अखिलेश ने चाचा को पूरा सम्मान देने की बात कही थी। उनके समर्थकों को  भी उचित सम्मान देने का भरोसा दिलाया था। इसी वजह से शिवपाल ने अपनी रथयात्रा का अंतिम चरण रद कर दिया था।