नई दिल्ली,: दुनियाभर में पेमेंट सर्विसेज देने वाली वर्ल्डलाइन (Worldline) ने यूरोप में भारतीय पेमेंट माध्यमों की स्वीकृति का विस्तार करने के लिए एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स के साथ हाथ मिलाया है। एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की अंतरराष्ट्रीय शाखा है। आपको बता दें कि भारत में एनपीसीआई ही डिजिटल भुगतान का संचालन करता है।
एनपीसीआई के साथ हुए समझौते के तहत वर्ल्डलाइन व्यापारियों के पॉइंट-ऑफ-सेल (पीओएस) सिस्टम को यूपीआई से भुगतान स्वीकार करने की अनुमति देकर यूरोपीय बाजारों में भारतीय ग्राहकों के लिए और अधिक सुविधा लाएगा। इससे रुपे कार्ड (RuPay Card) की अंतरराष्ट्रीय स्वीकार्यता को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
भारतीयता को नई पहचान
यूरोप में भारतीय पर्यटकों की संख्या में हो रही लगातार बढ़ोतरी और खर्च में वृद्धि के कारण व्यापारियों को बहुत लाभ होगा। वर्तमान में भारत के ग्राहक अंतरराष्ट्रीय कार्ड नेटवर्क के माध्यम से भुगतान करते हैं। एनपीसीआई और वर्ल्डलाइन के संयुक्त बयान में कहा गया है कि यूपीआई एक ही मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से कई बैंक खातों तक पहुंचने की अनुमति देता है। यह फीचर व्यापारियों के लिए नई व्यावसायिक संभावनाओं का द्वार खोलेगा और साथ ही ग्राहकों के लिए भी सुविधाजनक होगा।
दुनियाभर में लोकप्रिय हो रहा UPI
शेंगेन वीजा के हवाले से बयान में कहा गया है कि भारत, यूरोप के लिए सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन बाजारों में से एक है, जहां कोरोना काल से पहले लगभग एक करोड़ भारतीय हर साल यात्रा करते थे। जैसे-जैसे COVID-19 का प्रभाव कम हो रहा है, यह संख्या फिर से बढ़ने की उम्मीद है। एनपीसीआई के यूपीआई प्लेटफॉर्म ने 38.74 बिलियन लेनदेन दर्ज किए, जिसकी कीमत 954.58 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी। यह दुनिया में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला रियल-टाइम भुगतान सिस्टम बन गया है। इसी तरह अब तक 714 मिलियन RuPay कार्ड जारी किए गए हैं, जिसमें 130 करोड़ से अधिक लेनदेन हुए हैं।
एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स के सीईओ रितेश शुक्ला ने एक बयान में कहा कि वर्ल्डलाइन के रूप में हमें एक ऐसा भागीदार मिला है जो हमें यूरोपीय बाजारों के साथ-साथ एक हाईटेक और यूनिवर्सल समाधान प्रदान करता है। पूरे यूरोप में यूपीआई-संचालित ऐप्स और रुपे कार्ड से पेमेंट शरू होना हमारे लिए महत्वपूर्ण है।