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Uttarakhand: आज भी तेज वर्षा के आसार बदरीनाथ हाईवे वाहनों के लिए खुला; धारचूला में घरों में घुसा मलबा


 देहरादून: दून में गुरुवार दोपहर से शुक्रवार शाम तक बारिश का क्रम थमने के बाद रात को मौसम के तेवर फिर तल्ख हो गए। दून में आज भी मध्यम से तीव्र बारिश को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

Uttarakhand Weather Update:

पिथौरागढ़ में काली नदी ऊफान पर, लिपुलेख और दारमा मार्ग बंद

  • शुक्रवार की रात्रि को पिथौरागढ़ जिले की सीमांत धारचूला, बंगापानी तहसील क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई। धारचूला में रात भर 89 एमएम वर्षा हुई। वर्षा से टनकपुर-तवाघाट हाईवे बलुवाकोट और धारचूला के मध्य गोठी में धंस गया है। धारचूला का जिला मुख्यालय से सम्पर्क भंग है। धारचूला से तवाघाट के बीच दो स्थानों पर भारी मलबा आ चुका है।
  • चीन सीमा तक जाने वाला तवाघाट-लिपुलेख मार्ग और चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट-दारमा मार्ग बंद हो चुका है। कई स्थानों पर भारी मलबा आ चुका है। तेजम और बंगापानी तहसीलों में आने वाले तल्ला जोहार की बांसबगड़ घाटी में भी बारिश ने कहर मचाया है। नाचनी-बांसबगड़ मार्ग सहित सभी सम्पर्क मार्ग बंद हो चुके हैं। गांवों में कई मकानों में मलबा घुसा है।
  • कालामुनि से निकलने वाली भुजगड़ नदी ऊफान पर है। वहीं धारचूला में काली नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है। काली नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने काली नदी किनारे स्थित धारचूला से लेकर पंचेश्वर तक लोगों को नदी किनारे नहीं जाने की अपील की है।

बदरीनाथ हाईवे खुला

  • चमोली में शनिवार तड़के बारिश हुई। बदरीनाथ हाईवे टंगणी पागलनाला में तड़के से बंद था, जिसे बाद में सुचारु कर दिया गया। पीपलकोटी में भी मलबा आने से हाईवे बंद था। जिसे बाद में खोल दिया गया।
  • उत्तरकाशी में विकासनगर हरबर्टपुर बड़कोट राष्ट्रीय राजमार्ग सुचारू हो गया है। शनिवार को धरासू यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग स्यानाचट्टी के पास करीब चार घंटे तक अवरुद्ध रहा। जिसके बाद राजमार्ग को एनएच ने अब सुचारू कर दिया। चारधाम यात्रा पर आए तीर्थयात्री के वाहन जानकी चट्टी के लिए रवाना हुए।
  • टिहरी में सड़क ध्वस्त होने से बगवाल धार दो हिस्सों में बंट गया है। यहां कीर्तिनगर ब्लॉक में राज्य मार्ग लक्षमोली-हिसरियाखाल का 30 मीटर हिस्सा बहने से 10 गांव की आबादी को परेशानी हो रही है। उन्हें 10 किमी का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है।

हरिद्वार में शुरू हुई बारिश

  • फौरी राहत के बाद शनिवार को दोबारा हरिद्वार, रुड़की और आसपास क्षेत्रों में फिर वर्षा शुरू हो गई। इससे गर्मी और उमस से राहत तो है, लेकिन जलभराव वाले क्षेत्रों में दिक्कतें और बढ़ सकती हैं। राहत और बचाव कार्य में लगे कार्मिकों और स्वयंसेवकों को समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। मौसम विभाग ने आज जिले में वर्षा की चेतावनी जारी की है।

देहरादून में छाए रहे बादल

  • शनिवार को देहरादून में बादल छाए रहे। कोटद्वार आसपास के क्षेत्रों में मध्य रात्रि से बारिश शुरू हुई, जो शनिवार सुबह करीब 7:00 बजे तक चली। फिलहाल मौसम खुल गया है और हल्की धूप खिली है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सुचारू है। क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति सामान्य है।

हरिद्वार में गंगा का जलस्तर हुआ कम

  • हरिद्वार में गंगा का जलस्तर धीरे-धीरे कर कम हो रहा है, जिससे बाढ़ग्रस्त इलाकों में भरा पानी भी कम होने लगा है। लक्सर के नगरी और ग्रामीण इलाकों में बाढ़ का पानी अब भी भरा हुआ है। खेतों और सड़कों पर पानी भरे होने के कारण घरों के अंदर भरा पानी बाहर नहीं निकल पा रहा। गंगा के साथ-साथ सोलानी और रतम‌ऊ नदी का भी पानी अब घटने लगा है। जहां तक बचाव कार्य में लगा प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और पूरी सतर्कता बरत रहा है।

आज भी प्रदेश में कहीं-कहीं हो सकती है भारी वर्षा

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज भी प्रदेश में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। इसे लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यह क्रम अगले दो दिन तक बना रहने का अनुमान है।

जबकि, आगामी सोमवार को कुमाऊं के ऊधमसिंह नगर, नैनीताल और चंपावत में अत्यंत भारी वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेशभर में बादल मंडराने के साथ ही कहीं-कहीं तीव्र बौछारें भी पड़ सकती हैं।

रात करीब आठ बजे देहरादून में बदला मौसम

शुक्रवार को दून में रात करीब आठ बजे शहर के कुछ क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बौछारों का दौर शुरू हो गया।सहस्रधारा रोड, रायपुर, राजपुर, थानो, पुरकल, गलज्वाड़ी समेत आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। शहर में घंटाघर से सर्वे चौक और राजपुर रोड क्षेत्र में भी तीव्र बौछारें पड़ीं। जिससे चौक-चौराहे जलमग्न हो गए।

नालियां चोक होने से सड़कों पर बारिश का पानी बहता रहा। वहीं, प्रिंस चौक से सहारनपुर चौक, पटेलनगर, आइएसबीटी आदि क्षेत्राें में बादलों की गरज के साथ आकाशीय बिजली कड़कती रही। देर रात शहर के सभी क्षेत्रों में बौछारें पड़ीं।

शहर के कई इलाकों में रात को हुई झमाझम बारिश से सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं। नदी-नालों में अचानक उफान आने से आसपास के निवासी भी सहम उठे।