नई दिल्ली, । भारत समेत दुनियाभर में आज विश्व रंगमंच दिवस मनाया जा रहा है। रंगमंच से जुड़े कलाकारों के साथ आम लोग भी इंटरनेट मीडिया के माध्यम से विश्व रंगमंच दिवस पर एक-दूसरे को बधाई दे रहे हैं। कोरोना के मामलों में कमी आने के दो साल बाद रंगमंच की गतिविधियों ने धीमी गति से ही सही, लेकिन रफ्तार पकड़ी है। दिल्ली-एनसीआर से जुड़े तमाम रंगमंच के कलाकारों को उम्मीद है कि कोरोना के मामले थमने के बाद रंगमंच जल्द ही अपने उसी पुराने रूप में लौटेगा और फिर से सामान्य रूप से नाटकों का मंचन होना शुरू हो जाएगा।
कोरोना ने दी कलाकारों को बड़ी चोट
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पिछले 2 साल से बंद रही रंगमंच की गतिविधियां कलाकरों के लिए किसी बड़ी चोट से कम नहीं हैं। एक ऐसी चोट जिसे देशभर के हजारों कलाकार ताउम्र नहीं भुला पाएंगे। ऑडिटोरियम बंद होने के बाद रंगमंच की ठप हुई गतिविधियों के बाद दिल्ली और मुंबई में तो कई कलाकारों ने आर्थिक अभाव के चलते इससे दूरी बना ली।