अमेरिकी जांच एजेंसी के अधिकारियों ने बताया है कि ईरान अमेरिका की राजधानी में स्थित फोर्ट मैकनायर (आर्मी बेस) पर हमला करना चाहता था. साथ ही आर्मी के वाइस चीफ ऑफ स्टाफ की हत्या करना चाहता था.
अमेरिकी सेना के अधिकारियों के अनुसार नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी (National Security Agency) द्वारा कम्युनिकेशन इंटरसेप्ट करने पर पता चला कि ईरान के रेवोलुशनरी आर्मी, अमेरिका के आर्मी बेस पर ‘USS Cole-style attacks’ शैली में हमला करना चाहते थे जो हमला साल 2002 में यमन के एक पोर्ट पर किया गया था जिसमें 17 जवानों की मौत हुई थी.
यूएस आर्मी के अधिकारियों ने बताया है कि ईरान ने अमेरिका की राजधानी में स्थित आर्मी बेस को उड़ाने की कोशिश की थी. साथ ही आर्मी के वाइस चीफ ऑफ स्टाफ को मारने का प्लान बनाया था. इन अधिकारियों ने अपना नाम न बताने की शर्त पर एसोशिएट प्रेस से बताया कि ईरान जनरल जोसेफ एम. मार्टिन को भी मारने का प्लान कर रहा था. ये बेस देश के सबसे पुराने बेस में से एक है. यहीं पर जोसेफ मार्टिन का आधिकारिक आवास है. यही कारण है कि सेना को फोर्ट मैकनायर के आसपास सुरक्षा बढ़ानी पड़ी
सीरियाई सरकार के हमले की चपेट में आया अस्पताल, 6 की मौत
रविवार के दिन सीरियाई सरकार द्वारा विद्रोहियों के कब्जे में स्थित क्षेत्र में तोप से किए गए हमले की चपेट में एक अस्पताल आ गया. इसमें 6 मरीजों की मौत हो गई. इसमें एक बच्चा भी शामिल था. इसके अलावा कई मेडिकल स्टाफ भी इस हमले में घायल हो गए. इसके बाद अस्पताल को अपनी सर्विस रोकनी पड़ी है. ये घटना पश्चिमी अलेप्पो शहर के ग्रामीण क्षेत्र की है.