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आतंकी साजिश की आशंकाः उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक पर विस्फोट के बाद मचा हड़कंप


उदयपुर, । तेरह दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित उदयपुर-अहमदाबाद ब्रॉड गेज रेलवे लाइन को विस्फोटक के जरिए उड़ाने की खतरनाक साजिश रची गई है। बदमाशों ने उदयपुर जिले में केवड़ा जंगल के आगे ओड़ा पुल को उड़ाने का प्रयास किया। विस्फोट से रेलवे की पटरी पर क्रेक आ गए तथा कुछ हिस्सा टूटकर अलग हो गया। मौके पर बारूद भी मिला है। घटना की जांच के लिए एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) की टीम पहुुंच चुकी है। जो इस घटना को आतंकी साजिश के एंगल से जांच कर रही है।

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रात विस्फोट की आवाज सुनी

बताया गया कि ग्रामीणों ने शनिवार रात विस्फोट की आवाज सुनी थी। रविवार सुबह जब कुछ ग्रामीण ओड़ा पुल से गुजर रहे थे, तब उन्होंने हालात देखकर पुलिस को सूचित किया था। जानकारी मिलते ही उदयपुर के संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट, उदयपुर जिला कलक्टर ताराचंद मीणा, पूलिस अधीक्षक विकास शर्मा, रेलवे के ऐरिया मैनेजर बदरी प्रसाद सहित कई आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए।

घटनास्थल पर एटीएस के जांच दल के अलावा इआरटी मौजूद

जानकारी हो कि रेलवे उदयपुर-अहमदाबाद के बीच चलने वाली दोनों यात्री गाड़ियों को रद्द कर दिया है। रविवार रात तक ट्रेक की मरम्मत पूरी हो जाएगी तो सोमवार को दोनों यात्री ट्रेनों को चलाया जा सकेगा। इस बीच रविवार को उदयपुर आने वाली ट्रेन को डूंगरपुर स्टेशन पर ही रोक दिया गया हैं तथा रेलवे ने उदयपुर आने वाले यात्रियों को पहुंचाने के लिए बसों की सेवा ली है। घटनास्थल पर एटीएस के जांच दल के अलावा ईआरटी-इमरजेंसी रेस्पोन्स टीम (इआरटी), रेलवे पुलिस, जिला पुलिस के जवान मौजूद हैं। ग्रामीणों से घटना को लेकर पूछताछ की जा रही है।

 

उदयपुर-अहमदाबाद के बीच चलने वाली दोनों ट्रेनें रद्द

रेलवे के क्षेत्रीय अधिकारी बदरी प्रसाद ने कहा कि पटरियों में दरार आने से उन्हें अब बदला जाएगा। पूरी जांच के बाद इस लाइन पर रेल का संचालन फिर शुरू होगा। फिलहाल रविवार को आने-जाने वाली उदयपुर-अहमदाबाद यात्री ट्रेन तथा अहमदाबाद से आने वाली ट्रेन का संचालन रोक दिया गया है। ट्रेक की मरम्मत तथा जांच के बाद हो सकता है कि सोमवार रात तक फिर से इस लाइन पर आवागमन शुरू कर दिया जाए। इधर, उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के मुताबिक सोमवार को दोनों ट्रेनों का संचालन अहमदाबाद से डूंगरपुर तक होगा। फिलहाल डूंगरपुर से उदयपुर के बीच ट्रेनों का संचालन नहीं हो पाएगा।

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घटना के चार घंटे पहले ही गुजरी थी ट्रेन

उदयपुर से लगभग तीस किलोमीटर आगे ओड़ा स्थित पुल पर विस्फोट कर ट्रेक को उड़ाने की कोशिश की गई है, वहां से चार घंटे पहले ही उदयपुर से अहमदाबाद चलने वाली यात्री ट्रेन निकली थी।

उदयपुर से लगभग तीस किलोमीटर आगे ओड़ा स्थित पुल पर विस्फोट कर ट्रेक को उड़ाने की कोशिश की गई है, वहां से चार घंटे पहले ही उदयपुर से अहमदाबाद चलने वाली यात्री ट्रेन निकली थी।

प्रधानमंत्री ने दिखाई थी हरी झंडी

उदयपुर-अहमदाबाद के बीच पहले मीटर गेज लाइन थी। तब उदयपुर से अहमदाबाद के बीच ट्रेन का संचालन होता था। इस लाइन को ब्रॉड गेज में बदलने का काम आठ साल पहले शुरू हुआ और उदयपुर-अहमदाबाद के बीच चलने वाली ट्र्रेनों को ब्रेक लग गया था। काम पूरा होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत 31 अक्टूबर को एक बार इस ट्रेक पर रेल का संचालन की हरी झंडी दिखाई। अहमदाबाद के असावरा रेलवे स्टेशन पर उन्होंने ब्रॉड गेज की पहली अहमदाबाद-उदयपुर यात्री गाड़ी को रवाना किया। उसी शाम उदयपुर से भी उदयपुर-अहमदाबाद ट्रेन रवाना हुई, जिसे राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने हरी झंडी दिखाई थी। इस ट्रेक पर कोटा-अहमदाबाद तथा जयपुर-अहमदाबा

मुख्यमंत्री ने दिए डीजीपी को डिटेल जांच के निर्देश

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने उदयपुर-अहमदाबाद रेल मार्ग के ओडा रेलवे पुल पर रेल पटरियों को नुकसान पहुंचाने की घटना को चिंताजनक बताया और पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा से डिटेल जांच के निर्देश दिए हैं।

किसने क्या कहा

उदयपुर जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि मौके पर हालात देखने के बाद यही कहा जा सकता है कि यह बदमाशों की बड़ी साजिश है। ग्रामीणों की सजगता के चलते बड़ा हादसा टल गया। उन्होंने अहमदाबाद से उदयपुर आने वाली यात्री ट्रेन के आने से पहले प्रशासन, पुलिस तथा रेलवे के अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी थी। लगता है कि विस्फोट के लिए खनन में काम आने वाले विस्फोटक को काम लिया गया। इससे पटरियों में क्रेक आए हैं। पटरियों पर लगे नट-बोल्ट भी गायब हैं।

उदयपुर पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने कहा कि शुरुआती जांच से यह प्रतीत होता है कि पूरी तरह प्लानिंग कर ब्लास्ट किया गया है। मौके से डेटोनेटर भी मिला है, जो सुपर 90 श्रेणी का है। बम स्क्वॉड और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पहुंचकर सबूत जुटाए हैं। शाम तक पता लग जाएगा कि पटरियों को किस तरह के विस्फोटक से उड़ाने का प्रयास किया है।

उदयपुर जावर माइंस थानाधिकारी अनिल विश्नोई ने कहा कि माइनिंग ब्लास्ट में काम आने वाली सामग्री का उपयोग किया गया है। देसी विस्फोटक सामग्री मिली है। फिलहाल हर एंगल पर जांच कर रहे हैं।