नई दिल्ली : दुनियाभर के शिव भक्त इन दिनों महाशिवरात्रि (Maha Shivaratri 2021) की तैयारी में जुटे हैं। ऐसे तो हर महीने की चतुर्दशी को शिवरात्रि मनाई जाती है लेकिन महाशिवरात्रि का बहुत ही ज्यादा महत्व है। फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है। इस बार महाशिवरात्रि का व्रत 11 मार्च 2021 दिन गुरुवार को है। यह दिन शिव और शक्ति के मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह दिन भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए बहुत शुभ माना गया है।
भगवान शिव को देवादि देव, महादेव, शंकर, नीलकंठ, भोलेनाथ, शिव-शम्भू, महेश और भोले भंडारी जैसे अनेकों नाम से जाना जाता है। इस दिन भक्त विधि-विधान के साथ भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए खास पूजा आराधना करते हैं। शिवरात्रि पर रात्रि जागरण कर भगवान शिव की पूजा चारों प्रहर करने का भी विधान है। इस साल महाशिवरात्रि पर इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं। इस दिन शिव योग बन रहे हैं। साथ ही इस दिन नक्षत्र घनिष्ठा रहेगा और चंद्रमा मकर राशि में विराजमान रहेगा।
महाशिवरात्रि पूजा का शुभ मुहूर्त
महाशिवरात्रि तिथि- 11 मार्च 2021 (गुरुवार)
चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 11 मार्च 2021 को दोपहर 2 बजकर 39 मिनट से
चतुर्थी तिथि समाप्त: 12 मार्च 2021 को दोपहर 3 बजकर 2 मिनट तक
शिवरात्रि पारण समय: 12 मार्च की सुबह 6 बजकर 34 मिनट से शाम 3 बजकर 2 मिनट तक
मान्यता के मुताबिक महाशिवरात्रि के दिन सच्चे मन से शिवजी की पूजा आराधाना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। व्यक्ति को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है। अगर कन्या का विवाह काफी समय न हो रहा हो या किसी भी तरह की बाधा आ रही हो तो उसे महाशिवरात्रि का व्रत करना काफी फलदायक माना जाता है। महाशिवरात्रि का व्रत को करने से भगवान शिव का आर्शीवाद का प्राप्त होता है और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।