नयी दिल्ली। नाबार्ड के नैबवेचर्स प्रोमोटेड एग्री स्टार्टअप उन्नतिने पेटीएम पेमेंट बैंक के साथ मिल कर एक कोब्रांडेड डेबिट कार्ड उतारा है। इससे किसानों की कई समस्याओं का हल हो जाएगा। इससे किसानों को खेती-बाड़ी से जुड़े इनपुट्स की खरीदारी तो आसान हो ही जाएगी, वह जो एग्रीकल्चर प्रोडक्ट बेचेंगे, उसकी राशि भी इसी कार्ड से जुड़े खाते में आ जाएगी।
उन्नति के सह-संस्थापक, अशोक प्रसाद का कहना है कि भारत का कृषि क्षेत्र दुनिया के सबसे बड़े कृषि क्षेत्रों में से एक है। तब भी किसानों को अक्सर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जैसे कि ऋण लेना, कृषि उत्पाद समय पर खरीदना और बाज़ार तक पहुंचने से संबंधित समस्याएं। इन सब समस्याओं से जूझने की वजह से किसानों की आय कम हो जाती है। इस समस्या को हल करने अपनी तरह का पहला डिजिटल एकीकृत कार्ड लॉन्च किया है। इसमें बीज, उर्वरक, और कीटनाशक की खरीद करना शामिल है। अशोक प्रसाद का कहना है कि इस नए लॉन्च किए गए कार्ड से किसानों को बीज उर्वरक के खर्च में कमी लाकर और अपने खेत की पैदावार को अच्छे दामों में बेचने की सुविधा पाकर अपनी शुद्ध आय को बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, कार्ड किसानों को हर पहलू में रिअल टाइम अपडेट प्राप्त करने की सुविधा देगा, जिसमें सुविधाजनक और निर्बाध रूप से बेहतर ऋण दरों का लाभ उठाने के लिए पे-आउट भी शामिल है।
उन्नति की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार इस कार्ड के लिए किसानों को अग्रिम के रूप में 250 रुपये का भुगतान करने की आवश्यकता होती है, जो आरबीआई द्वारा अधिकृत एक बार का चार्ज है। कार्ड से किसानों को मुफ्त में अन्य सेवाओं का उपयोग करने की सुविधा मिलेगी। किसानों को इससे जो फायदा मिलता है, उसके संदर्भ में वे कार्ड जारी होने के पहले 2 महीनों में इसे रिकूप करने में सक्षम होंगे। यह कार्ड किसानों को बचत करने की आदत को बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगा, उन्हें उन्नत खेती के तरीकों के बारे में बेहतर निर्णय लेने, और गुणवत्ता व मात्रा में बेहतर उपज का उत्पादन में मदद करेगा। यह किसानों को कर्ज़ के जाल में फंसने से बचाएगा और देश में बेहतर कृषि की सुविधा देगा।