- पंजाब में किसानों ने अपने साथी आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज करने के विरोध में रविवार को दो घंटे के लिए हाईवे ब्लॉक कर दिया. हजारों की संख्या में किसान रविवार को फिर से पंजाब की सड़कों पर उतर आए और सभी महत्वपूर्ण स्टेट और नेशनल हाईवे पर दो घंटे के लिए ट्रैफिक ब्लॉक कर दिया. पंजाब के किसानों ने करनाल में हरियाणा के आंदोलनकारी किसानों पर क्रूर लाठीचार्ज के विरोध में ऐसा किया.
करनाल में पुलिस कार्रवाई के एक दिन बाद एक किसान नेता ने पुलिस लाठीचार्ज में कथित रूप से घायल एक किसान की मौत का भी आरोप लगाया, हालांकि करनाल की पुलिस महानिरीक्षक ममता सिंह ने आरोप का खंडन करते हुए कहा कि किसान की प्राकृतिक कारणों से मृत्यु हुई है. पंजाब में प्रदर्शनकारियों ने करनाल में किसानों पर बल का इस्तेमाल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार का पुतला फूंका.
BJP की एक बैठक के विरोध में करनाल की तरफ जाने वाले नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक बाधित करने वाले किसानों के एक समूह पर शनिवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिससे करीब 10 लोग कथित रूप से घायल हो गए. पंजाब में दोपहर 12 बजे शुरू हुए दो घंटों के आंदोलन के कारण कई जगहों पर जाम में फंसे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. विरोध के कारण जालंधर-पठानकोट हाईवे, लुधियाना-चंडीगढ़ हाईवे, अमृतसर-गंगानगर हाईवे और फिरोजपुर-जीरा रोड पर कई जगहों पर गाड़ियों की आवाजाही बाधित रही.
2 घंटे तक जाम रहा हाईवे
लुधियाना में एमबीडी मॉल, जालंधर बाईपास, जगराओं और कुछ अन्य जगहों के पास विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान रविवार को 2 घंटे के लिए हाईवे जाम रहा. भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा के वरिष्ठ उपप्रधान मनजीत सिंह धनेर ने कहा, ‘हरियाणा सरकार ने हमारे खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया, जिससे कई किसान लाठीचार्ज के दौरान घायल हो गए.’
उन्होंने कहा, ‘एसडीएम करनाल के आदेश का राजनेताओं ने समर्थन किया है. इसलिए, हमें अपने किसान भाइयों के लिए अपनी लड़ाई में एकजुट रहने की जरूरत है. यही वजह है कि हमने रविवार को पूरे राज्य में चक्का जाम हड़ताल का आह्वान किया था. हमें प्रशासन को एक जोरदार और स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि हम सब किसान एकजुट हैं.’