- प्राकृतिक खेतीके बारेमें कृषक संगोष्ठीका किया आयोजन
डोभी। विकास खण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत जरासी के कम्पोजिट विद्यालय में बुधवार को जिला कृषि अधिकारी एवं प्रगतिशील किसान भाइयों के साथ प्राकृतिक खेती के बारे में कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में एक सौ से अधिक किसानों ने भाग लिया। गोष्ठी में वैज्ञानिकों ने किसानों को विभिन्न फसलों की उत्तम खेती के गुर सिखाए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संकठा सिंह ने किसानों को कृषि विभाग की विभिन्न स्कीमों से अवगत कराया।
साथ ही बताया कि समन्वित खेती से कम भूमि में अधिक आय की जा सकती है। मुख्य अतिथि महेंद्र सिंह ने कहा कि किसानों को खेती की नई तकनीक अपनानी चाहिए। इसके लिए क्षेत्र के हिसाब से फसलें उगाएं, फसल उत्पादक समूह बनाएं तथा उत्पाद को सीधे बाजार में बचें। जिससे किसानों को अधिक मुनाफा होगा। वहीं ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि प्रवीण सिंह बबलू ने समन्वित खेती में कृषि से जुड़े सहायक व्यवसाय जैसे वर्मीकंपोस्ट, पशुपालन, मधुमक्खी पालन, मछली पालन तथा बागवानी के साथ ही अपने संसाधनों के अनुसार अवश्य अपनाएं, जिससे कम जोत में अधिक आमदनी हो सके। कृषि विज्ञान केन्द्र अमहित के डा. संजित कुमार सिंह ने उच्च उत्पादन प्रबंधन की जानकारी देने के साथ ही किसानों को जैव कीटनाशकों की रासायनिक कीटनाशकों का अंधाधुंध प्रयोग न करने का आह्वान किया। विभिन्न खरीफ एवं रबी फसलों के उच्च उत्पादन प्रबंधन की विस्तृत जानकारी दी। पूर्व प्रधान धमेन्द्र कुमार सिंह मुन्ना ने भूमि परीक्षण के आधार पर और फसल के अनुसार पोषक तत्व डालने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि किसान लवणीय मृदा व लवणीय पानी को सहन करने वाली किस्मों की बोआई करें। सूक्ष्म पोषक तत्वों जिंक एवं सल्फर की भी पूर्ति करें, ताकि फसल अपना पूरा उत्पादन दे सके। एके सिंह एग्रीकल्चर इन्सपेकटर ने किसानों को कपास में आने वाले विभिन्न कीटों के रासायनिक व जैविक नियंत्रण की जानकारी देने के साथ ही किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की बारे में बताया। उन्होंने कहा कि गैर ऋण किसान स्वेच्छा से ही फसल बीमा करा सकते हैं। ओलावृष्टि, जलभराव एवं भूस्खलन से खड़ी फसल में नुकसान होने पर क्लेम खेत स्तर पर मिलेगा में नुकसान होने पर भी क्लेम खेत के स्तर पर मिलेगा। संध्या सिंह ने विभिन्न आधुनिक कृषि यंत्रों की जानकारी देते हुए बताया कि आधुनिक युग में उच्च उत्पादन के लिए मशीनीकरण का विशेष महत्व दें। इस मौके पर प्रधान शिवकुमार यादव, रूद्र प्रताप सिंह, रामसरन सिंह, रामभुवन सिंह, राजकुमार सिंह, डा. कमलेश कुमार सिंह, राजबली यादव, कैलाश, रामप्रकाश राम, इन्द्र देव यादव, रामबचन यादव आदि उपस्थित रहे। संचालन डा. हरिनाम सिंह ने किया।