(आज समाचार सेवा)
पटना। नए साल में कोरोना की नई लहर की आशंका को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखकर कई तरह की पाबंदियां लगाई है। महाराष्ट्र में रैली, धार्मिक आयोजनों पर रोक लगा दी गई है। महाराष्ट्र के अमरावती को 7 दिनों के लिए लॉक कर दिया गया है, जबकि पुणे में स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में अलर्टनेस को देखते हुए बिहार सरकार भी एक्टिव हो गई है।
बिहार में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रूप की बैठक के बाद गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और डीजीपी एसके सिंघल ने आदेश जारी कर कहा है कि संक्रमण की श्रृंखला को तोडऩे के लिए अत्यधिक संक्रमण वाले इलाकों या माइक्रो कंटेनमेंट जोन को चिन्हित कर वहां सीमित अवधि का लॉकडाउन लगाया जाए।
सरकार ने कहा है कि सभी डीएम और एसपी कोरोनावायरस गाइडलाइन का पालन करवाएं और भीड़भाड़ वाले इलाकों में लोगों की मौजूदगी पर नजर रखें। सरकार ने फूडकोर्ट, जलपान गृह, सब्जी मंडी, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और रेहड़ी वाले इलाकों में लोगों के जमावड़े को नियंत्रित करने के लिए अधिक से अधिक पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
सरकार ने अपने आदेश में कहा है कि जिला प्रशासन को अगर लगता है कि किसी प्रकार के उत्सव या ऐसे आयोजन जिसमें अधिक लोगों के इकट्ठा होने की संभावना हो तो इसके लिए वह अनुमति प्रदान नहीं करें। उधर पटना में रविवार को शनिवार के मुकाबले 3 गुना से अधिक मरीज मिले हैं। पटना में रविवार को कोरोनावायरस नए केस सामने आए।
हालांकि राहत की खबर यह है कि एक्टिव केस की संख्या 227 से घटकर 220 हो गई, लेकिन जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 52685 से बढक़र 52708 हो गई है। इनमें से 52048 मरीज ठीक हो चुके हैं। पीएमसीएच में कुल 828 सैंपल की जांच हुई इसमें एक भी पॉजिटिव रिपोर्ट नहीं आई। कुल मिलाकर पटना में फिलहाल 26 मरीज भर्ती हैं। पिछले 15 दिनों में पहली बार ऐसा हुआ है कि राज्य के अंदर कोरोना वायरस मरीजों की संख्या 94 के पास पहुंची है।