सेंसेक्स में शामिल जिन कंपनियों में सबसे अधिक गिरावट देखी गई उनमें कोटक महिंद्रा बैंक, टाटा स्टील, विप्रो, टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक, बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और इंडसइंड बैंक शामिल रहे। दूसरी तरफ, हिंदुस्तान यूनिलीवर, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पावरग्रिड और आईटीसी के शेयरों में उछाल देखा गया। एशियाई बाजारों की बात करें तो सियोल और टोक्यो के बाजारों में सुस्ती देखी गई जबकि शांघाई और हांग कांग के बाजार हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट गिरावट के साथ बंद हुआ था।
शुक्रवार को बीएसई का सेंसेक्स 651.85 अंक या 1.08 फीसद टूटकर 59,646.15 के स्तर पर बंद हुआ था। निफ्टी भी 1.10 प्रतिशत या 198.05 अंकों की गिरावट के साथ 17,758.45 पर बंद हुआ था।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय ऑयल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 95.74 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार करता नजर आया।
स्टॉक एक्सचेंज से प्राप्त आंकड़ों अनुसार, शुक्रवार को विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) शुद्ध लिवाल रहे। FIIs ने शुक्रवार को 1,110.90 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा नीतिगत दरों में बढ़ोतरी की संभावना से डॉलर को मजबूती मिली है। शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 4 पैसे की मजबूती के साथ 79.80 के स्तर पर कारोबार करता नजर आया।