अलीनगर। एक ओर महिला थाना जहां डेढ़ दशक से अलीनगर थाना परिसर में टीन शेड में चल रहा है। वही दूसरी ओर करोड़ों की लागत से बनकर तैयार महिला थाना धन अभाव के कारण लगभग सात-आठ सालों से धूल फांक रहा है। अलीनगर सकलडीहा मोड़ के पास सीओ आफिस परिसर में करोडो़ रुपये की लागत से महिला थाना बना हुआ जिसमें महिला थाना के साथ आवासीय व्यवस्था भी है। लेकिन निर्माणाधीन महिला थाने में वायरिंग, फर्श मरम्मत व रंगरोगन व खिड़की दरवाजे अभी तक नहीं लगाये गये हैं जिसका कारण धन अभाव बताया जा रहा है। बताया जाता है कि अलीनगर थाने में लगभग डेढ़ दशक ने एक टीनशेड में महिला थाना संचालित है। जहां पर फरियादों को उठने बैठने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जब किसी पारिवारिक विवाद का मामला महिला थाने में जाता है तो रुम इतना छोटा है कि उसमें सभी को बैठने की जगह ही नहीं रहती है। सुनवाई के दौरान मुख्य लोगों को छोड़कर सभी को बाहर कर दिया जाता है। ऐसे ही कई तरह की परेशानियों का सामना फरियादियों व महिला आरक्षियों को भी करना पड़ता है। जिसको ध्यान में रखते हुए सकलडीहा रोड स्थित खाली पड़ी जमीन में महिला थाना निर्माण का निर्णय लिया गया। भवन तो बिना रुकावट के एक ही बार में बनकर तैयार हो गया। लेकिन जहां कम बजट की बात आयी तो धन का अभाव हो गया। जिसको लेकर लोगों में इस बात की चर्चा है कि आखिर यह भवन किस लिये बना है और अभी तक अधूरा क्यों पड़ा है। महिला दरोगा व आरक्षी आवासीय व्यवस्था न होने का विरोध भले ही नहीं कर रही है। लेकिन कही न कही आवास की व्यवस्था न होने से उनमें भी नाराजगी देखी जाती है। यह भवन कब चमकता है और कब फरियादियों की शिकायतों से गूंजता है या ऐसे ही खण्डहर में तब्दील हो जायेगा। यह देखने वाली बात होगी।