सकलडीहा। आमजन की समस्याओं को लेकर जिला प्रशासन गंभीर है। इसी क्रम में शनिवार को जिलाधिकारी संजीव सिंह और पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल सकलडीहा कोतवाली में समाधान दिवस पर फरियादियों से रूबरू रहे। इस दौरान जिले में सकलडीहा तहसील में राजस्व के सबसे ज्यादा मामला होने पर डीएम ने नाराजगी जताया। इस दौरान कुल पन्द्रह प्रार्थना पत्र पड़े। जिसमें 14 मामले राजस्व और एक मामला पुलिस से सम्बधिंत रहा। इस दौरान डीएम एसपी ने मिलकर चार का मौके पर निस्तारण कराया। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने सकलडीहा तहसील में राजस्व के सबसे ज्यादा मामला होने पर गहरी नाराजगी जतायी। चेताया कि राजस्व मामले में शिथिलता अब बर्दास्त नही किया जायेगा। प्रदेश के आंकड़े में सकलडीहा तहसील की सबसे ज्यादा स्थिति खराब है। बार-बार चेतावनी के बाद भी समस्या के निस्तारण में राजस्व कर्मियों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। जो क्षम्य नही होगा। अंत में थाना दिवस पर मिले प्रार्थना पत्रों का ग्राम सभावार रजिस्टर बनाकर निस्तारण करते हुए फोटो ग्राफ भी रखने का निर्देश दिया। हर हाल में तालाब और ग्राम पंचायत की भूमि से अवैध कब्जा हटाया जाय। छोटे छोटे मामलों को आपसी सुलह समझौता से हल कराने का निर्देश दिया। इस मौके पर सीओ अनिरुद्ध सिंह, तहसीलदार डा० वंदना मिश्रा, कोतवाल विनेाद मिश्रा, राजस्व टीम में प्रदीप सिंह, विकास गुप्ता, संजीव सिंह, रश्मि गुप्ता, एसआई मोहन प्रसाद, मनोज सिंह, भैरोनाथ यादव, दिनेश सहित अन्य मौजूद रहे। वही जिले के सदर कोतवाली में शनिवार को समाधान दिवस का आयोजन हुआ। इस दौरान एसडीएम सदर अविनाश कुमार और कोतवाल संतोष कुमार सिंह ने फरियादियों की समस्याओं को सुना। फरियादों ने बारी-बारी से अपनी समस्याओं को अफसरों के सामने रखी। समाधान दिवस में कुल 8 मामले आए जिसमें सात राजस्व संबंधित एक पुलिस संबंधित रहा। जिसमें एक का मौके पर निस्तारण करते हुए शेष शिकायतों को संबंधित विभाग के सुपुर्द कर दिया गया।