चंदौली। माननीय प्रभारी जनपद न्यायाधीश, प्रभारी अध्यक्ष विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सिविल जज(सी०डी०) माननीय श्री विभांशु सुधीर के द्वारा जनपद में पूर्व माध्यमिक विद्यालय में आजादी के ७५वें वर्षगांठ पर आयोजित अमृत महोत्सव के संदर्भ में बालक बालिकाओं को शिक्षा के अधिकार पर विधिक जागरूकता शिविर के बारे में वृहद रूप से चर्चा किया गया। सचिव श्री विभांशु सुधीर द्वारा उपस्थित बच्चों व अध्यापकों को उनके अधिकार के बारे में बताया साथ ही सरकार की तरफ से दिये गये सुविधाओं के बारे में बताया और कहाकि शिक्षा ही जीवन का आधार है। धारा १० के अन्तर्गत सभी माता, पिता व अभिभावकों का यह दायित्व है कि अपने बच्चों को नजदीक के पाठशाला में दाखिला करायें तथा उनके उपस्थिति को रोजाना दर्ज करायें। निजि विद्यालयों का यह दायित्व है कि कक्षा १ में कम से कम २५ प्रतिशत गरीब परिवार के बच्चों को भी दाखिला लेंगे और नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करेंगे। सचिव महोदय द्वारा शिविर मे मीड डे मील पर भी चर्चा की गयी। सिविल बार के अध्यक्ष व पैनल अधिवक्ता महेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा बताया गया कि शासन स्तर से कई प्रकार की योजनाओं का संचालन हो रहा है उन सभी योजनाओं का लाभ प्रत्येक अभिभावकों को अपने बच्चों को दिलाना चाहिए। इस अवसर पर प्रभारी प्रधानाध्यापक दशरथ के साथ सुबास यादव, अजय कुमार आदि सहायक अध्यापक उपस्थित रहे।