चंदौली। जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में होली हर्षोल्लास के साथ मनाने की तैयारी चल रही है इसका अंदाजा बाजारों में बढ़ती भीड़ से लगाया जा सकता है। होली के त्यौहार पर शराब खुशियों को बढ़ाने वाला पेय पदार्थ बन गया है इसी का फायदा उठाते हुए देशी या अंग्रेजी शराब की दुकान हो विक्रेता त्योहारी के नाम पर व क्राइसिस के नाम पर अधिक कीमत वसूलने पर आमादा हो गए हैं। लोगों का कहना है कि दुकानों पर जो नंबर दिए गए हैं वह काम नहीं करते ऐसे में कहां शिकायत की जाए यह खुद एक प्रश्न बना हुआ है। लोगों का कहना है कि चुनाव के दौरान शराब बिक्री को लेकर सख्त नियम बनाए गए थे लेकिन शराब विक्रेता उसे धता बताते हुए एनकेन प्रकारेण शराब बेचकर अधिक माल कमा रहे थे। इसी तरह होली पर भी ऐसी संभावना जताई जा रही है की दुकाने बंद होने के बाद भी कर्मचारियों द्वारा अपरोक्ष रूप से ऊंचे दाम पर शराब बिक्री की जाएगी। निर्धारित कीमत से अधिक दाम लेने पर दुकानदारों व ग्राहकों में नोकझोंक भी शुरू हो गई है। इसी तरह खाद्य एवं औषधि विभाग का है जो त्योहारों पर ही अपने कार्यालय छोड़कर बाहर निकलते है लेकिन क्या कार्यवाही किया गया यह रहस्य ही बना रहता है। वही लोगों का कहना है बाजार में स्थित कई नामचीन मिठाई के दुकानों पर कभी भी दूध का बाल्टा उतरते नहीं देखा गया। आखिर यह किस पदार्थ का उपयोग करते हैं। यह संबंधित विभाग को जांच कर जनमानस के सामने लाना चाहिए। सकलडीहा प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र के सकलडीहा कस्बा, चतुर्भुजपुर, नईबाजार, डेढावल में दर्जनों मिठाई की दुकान व रेस्टोरेंट संचालित है। यहाँ विभिन्न प्रकार के आकर्षक लोक लुभावन बोर्ड लगाये गए है। जिसमे ग्राहकों को शुद्ध सामान देने का सब्जबाग दिखाया गया है। लेकिन जमीनी हकीकत ठीक इसके उलट है। विश्वस्त सूत्रों की माने तो ये मिठाई के दुकानदार होली पर्व पर बड़े पैमाने पर मिलावटखोरी कर रहे है। खोवा व पनीर के नाम पर केमिकल व पाउडर का मिश्रण कर लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने से नहीं चूक रहे है। वही खाद्य व औषधी विभाग मूक दर्शक बना हुआ है। जिससे इन मिलावट खोरो का हौसला बढ़ता जा रहा हैं। क्षेत्रीय लोगों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कार्रवाई की मांग किया है।