उत्तर प्रदेश

छत्तीसगढ़ फार्मूले पर कांग्रेस कर रही असम में वापसी की तैयारी, बूथ स्तर पर सक्रिय हुई बघेल टीम


रायपुर। असम की सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस ने वहां छत्तीसगढ़ फार्मूले पर काम शुरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ के नेताओं की वहां सक्रिय एक टीम कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर संगठित कर रही है। साथ ही प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से उनमें उत्साह भरा जा रहा है। छत्तीसगढ़ की तरह ही सीधे आम लोगों से जुड़े मुद्दों को तलाश कर उसे चुनावी बनाने की रणनीति पर काम किया जा रहा। कुछ मुद्दों को लेकर लगातार आंदोलन भी किया जा रहा है ताकि आम लोग भी पार्टी के साथ जुड़ सकें। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय असम के प्रभारी हैं। वह राजधानी रायपुर की पश्चिम विधानसभा सीट से विधायक हैं। इसी तरह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल असम विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के मुख्य पर्यवेक्षक हैं। इस वजह से असम चुनाव में छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं की अहम भूमिका है। असम प्रभारी विकास उपाध्याय ने बताया कि अभी असम में कार्यकर्ताओं को एकजुट करके प्रशिक्षित करने पर जोर दिया जा रहा है। सरकार की कमियों और कमजोरियों को भी आक्रमक तरीके से जनता के बीच उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका में भूपेश बघेल ने इसी तर्ज पर बूथ स्तर पर पहली बार कांग्रेस को मजबूत करने में अभूतपूर्व सफलता हासिल की थी। उपाध्याय ने दावा किया कि कांग्रेस लोगों को बूथ स्तर पर सक्रिय कर असम में सरकार बनाने सफल होगी।

डेढ़ सालमें 10 हजार लोगोंसे मिलीं राज्यपाल अनुसुईया उईके,बना रिकॉर्ड

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके के नाम पर एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज हुआ है। उन्होंने 29 जुलाई 2019 से 06 जनवरी 2021 तक राज्यपाल के रूप में 10 हजार 849 लोगों से मुलाकात करके उनकी समस्याएं सुनी हैं। उनकी यह उपलब्धि गोल्डन बुक आफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज की गई है। गोल्डन बुक के अधिकारियों ने सोमवार को राजभवन पहुंचकर इसका प्रमाण पत्र प्रदान किया। राज्यपाल ने इसके लिए गोल्डन बुक आफ वल्र्ड रिकॉर्ड संस्था के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मैं जब भी किसी व्यक्ति से मिलती हूं तो मेरे मन में यह विचार रहता है कि उसके लिए मैं क्या कर सकती हूं। उसकी समस्याओं का कैसे समाधान कर सकती हूं। मैंने जीवन में बिना किसी अपेक्षा के कोई भी कार्य या किसी की मदद की है। ऐसी मदद से मिलने वाली संतुष्टि किसी भी अन्य कार्य में नहीं मिल सकती। आवेदनों के ई-ट्रैकिंग की व्यवस्था राज्यपाल को प्राप्त होने वाले आवेदन और शिकायतों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग के लिए ई- समाधान वेबसाइट शुरू की गई है। इसके माध्यम से आवेदन और शिकायतों को ऑनलाइन संबंधित विभागों को भेजा जा रहा है। इससे राजभवन सचिवालय के साथ ही आवेदनकर्ता को भी आवेदन पर की गई कार्यवाही की जानकारी मिलती रहती है। राजभवन की इस वेबसाइट से अब तक 3,200 सरकारी कार्यालय जोड़े जा चुके हैं।