रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दावत-ए-इस्लामी संगठन को राज्य सरकार द्वारा 25 एकड़ (दस हेक्टेयर) जमीन आवंटित कर देने को लेकर बवाल मच गया है। भाजपा के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि यह संगठन पाकिस्तान के कराची शहर का है। अग्रवाल ने प्रशासन के उस विज्ञापन को भी सार्वजनिक किया, जिसमें दावत-ए-इस्लामी संगठन को जमीन आवंटन करने से पहले दावा-आपत्ति मंगाई गई है। भाजपा के विरोध करने के बाद कांग्रेस की ओर से इस मामले को लेकर सफाई दी गई है। राज्य सरकार ने देर रात बयान जारी कर बताया कि संगठन का आवेदन निरस्त कर दिया गया है।
वहीं, कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बृजमोहन का आरोप झूठा है। किसी पाकिस्तानी संस्था ने 25 एकड़ जमीन के आवंटन के लिए आवेदन नहीं दिया है। भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में रविवार को आयोजित पत्रकारवार्ता में बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि विज्ञापन में दावत-ए-इस्लामी संगठन का कार्यालय आरडीए प्लाट संजय नगर बताया गया है। बोरियाखुर्द की जमीन पर सामुदायिक भवन बनाने के लिए जमीन की मांग की गई है, जिसके लिए 31 जनवरी, 2021 को आवेदन किया गया था। इस पर आपत्ति 13 जनवरी तक दर्ज कराई जा सकती है।