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जब 2015 में डेविड कैमरन ने पीएम मोदी के सामने कहा था- एक दिन कोई भारतवंशी बनेगा ब्रिटेन का प्रधानमंत्री


नई दिल्ली, : भारतीय मूल के ऋषि सुनक को उनकी प्रतिद्वंदी पेनी मोर्डांट के नाम वापस लेने के बाद सोमवार को ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री चुना गया। दो महीने पहले हुए चुनाव में सुनक को लिज ट्रस के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। ट्रस 45 दिन तक ब्रिटेन की प्रधानमंत्री रहीं। सुनक के पीएम बनते ही 2015 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डेविड कैमरन (David Cameroon) के द्वारा पीएम मोदी (PM Modi) के सामने की गई भविष्य भी सच साबित हुई।

’10 डाउनिंग स्ट्रीट में भारतवंशी के आने में ज्यादा समय नहीं लगेगा’

दरअसल, 2015 में डेविड कैमरन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे। उस समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए वेम्बली स्टेडियम में आयोजित एक प्रवासी कार्यक्रम में कहा था, 10 डाउनिंग स्ट्रीट में एक ब्रिटिश-भारतीय प्रधानमंत्री के आने में बहुत समय नहीं लगेगा।’ अब 7 साल बाद 2022 में उनकी कही यह बात सच साबित हुई। कैमरन 2010 से 2016 तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे।

ऋषि सुनक को 150 से अधिक सदस्यों का मिला समर्थन

ऋषि सुनक कंजरवेटिव पार्टी के नेता हैं। उन्हें संसद के 150 से अधिक सदस्यों ने अपना समर्थन दिया था। उनके सामने पेनी मोर्डांट उम्मीदवार हो सकती थीं, लेकिन मतदान के दिन उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया। ट्रस से पहले, बोरिस जानसन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे। सुनक 1812 के बाद ब्रिटेन के समय कम उम्र के प्रधानमंत्री हैं। उनसे पहले राबर्ट जेंकिंसन सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने थे।

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ऋषि सुनक की हिंदू धर्म में है गहरी आस्था

ऋषि सुनक की हिंदू धर्म में गहरी आस्था है। वे अपने जन्मस्थान हैंपशायर में एक मंदिर में रोजाना जाते थे। अंतिम बार वे जुलाई में वहां गए थे। उस दौरान उन्होंने भंडारा किया था। यह भंडारा उनका परिवार हर साल करता है। सुनक के दादा रामदास सुनक ने 1971 में लंदन से 110 किलीमीटर दूर साउथैम्पटन में वैदिक सोसाइटी हिंदू मंदिर का निर्माण किया था। इस मंदिर के पदाधिकारी संजय चंद्राना ने कहा कि सुनक का ब्रिटेन का पीएम बनना ब्रिटिश हिंदुओं के लिए ओबाबा मोमेंट हैं।

 

सुनक बने ब्रिटेन के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री

ऋषि सुनक की जीत पर भारत में भी खुशी का माहौल है। लोगों का कहना है कि भारत को ब्रिटेन से आजादी मिलने के 75 साल बाद एक भारतवंशी का वहां का पीएम बनना भारतीयों के लिए गर्व की बात है। दूसरे व्यक्ति ने उनकी उपलब्धि की तुलना रावण पर भगवान राम की जीत से भी की।