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जम्मू मेल व शान-ए-पंजाब सहित कई ट्रेन रही रद, 12 दिन में रेलवे को हुआ 35 लाख से ज्यादा का नुकसान


पानीपत। किसानों के शंभू बॉर्डर पर रेलवे ट्रैक बैठने से लगातार ट्रेनों का संचालन प्रभावित हो रहा है। रविवार को 12वें दिन भी जहां शान ए पंजाब, जम्मू मेल, पठानकोट स्पेशल एक्सप्रेस सहित कई ट्रेन रद रही। वहीं, दर्जन भर से ज्यादा ट्रेनें रूट डायवर्ट के चलते अपने निर्धारित समय से कई कई घंटे देरी से पहुंची।

 

रेल यातायात के प्रभावित होने से रेलवे को पानीपत में अभी तक 35 लाख से ज्यादा राजस्व का नुकसान हो चुका है। वहीं, यात्री भी बहुत परेशान हैं। उन्हें ट्रेनों के रद होने पर दोगुना किराया भरकर निजी वाहनों में सफर करना पड़ रहा है। हालांकि इससे बस ट्रैवल्स व टैक्सी की चांदी हो रही है।

मामा के बेटे की शादी में जाना था, ट्रेन हो गई रद

चरणजीत सिंह ने बताया कि 29 अप्रैल को अमृतसर में मामा के बेटे की शादी है। परिवार सहित जाने के लिए शान-ए-पंजाब में करीब 20 दिन पहले ही टिकट आरक्षित कराई थी। रविवार को स्टेशन पर पहुंचा, पर यहां आकर पता चला की ट्रेन लगातार रद हो रही है। अब मजबूरीवश हजारों रुपये खर्च करके टैक्सी लेकर जाना पड़ेगा।

माता वैष्णो देवी के दर्शनों को लेकर जाना था

प्रवीन, सौरभ, आशू, अजय ने बताया कि माता वैष्णो देवी के दर्शनों को लेकर सभी दोस्तों ने प्रोग्राम बनाया था। करीब 15 दिन पहले टिकट भी आरक्षित कराई। मन में बड़ा उत्साह भी था। मोबाइल पर ट्रेन का स्टेट्स चेक किया तो पता चला की रद हो गई है। प्रोग्राम को रद करना पड़ा।

दिन भर प्लेटफार्म और वेटिंग रूम में इंतजार करते रहे यात्री

किसानों के ट्रैक पर बैठने के बाद से अनेक ट्रेन डायवर्ट के चलते घंटों देरी से पहुंच रही है। यात्रियों को घंटों तक स्टेशन पर पहुंचने के बाद ट्रेनों के इंतजार में प्लेटफार्म व वेटिंग रूम में बैठना पड़ रहा है। रविवार को भी ट्रेनों को इंतजार में यात्री प्लेटफार्म व वेटिंग रूम में बैठकर इंतजार करते रहे।

 

35 लाख से ज्यादा का नुकसान

पानीपत रेलवे स्टेशन पर भी हर रोज 100 से ज्यादा पैसेंजर, स्पेशल व एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन होता है। हर रोज 20 हजार से ज्यादा यात्री यहां से आवागमन करते हैं। पर किसानों के ट्रैक पर बैठने के बाद से व्यवस्था प्रभावित हुई है। ट्रेन रद होने से हर रोज न केवल यात्री टिकट कैंसिल करा रहे हैं, बल्कि सेल भी बहुत कम हो गई हैं। ऐसे में हर रोज तीन लाख यानी, 12 दिनों में रेलवे को 35 लाख से ज्यादा राजस्व का नुकसान हो चुका है।

ये ट्रेन रही रद

  • नई दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस
  • दिल्ली स्पेशल एक्सप्रेस
  • शान ए पंजाब
  • पठानकोट स्पेशल एक्सप्रेस
  • जम्मू मेल

लेट व डायवर्ट ट्रेन

  • सचखंड एक्सप्रेस
  • पश्चिम स्पेशल एक्सप्रेस तीन घंटे लेट।
  • आम्रपाली एक्सप्रेस
  • मुम्बई सीएसएमटी तीन घंटे लेट।
  • संबलपुर स्पेशल एक्सप्रेस
  • हीराकुंड स्पेशल एक्सप्रेस
  • झेलम एक्सप्रेस
  • ऊंचाहार एक्सप्रेस
  • मालवा स्पेशल एक्सप्रेस
  • जामनगर स्पेशल एक्सप्रेस
  • नेताजी एक्सप्रेस
  • जम्मूतवी
  • उत्तर संपर्क क्रांति