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- कोरोना का दिखा असर, शहर में नही निकला झुमटा
- प्रशासन दिखा सख्त, कई स्थानों पर डीजे हुआ जब्त
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जहानाबाद। रंगों का महापर्व होली इस साल कोरोना के संक्रमण के खतरों के बीची मंगलवार को पारंपरिक तरीके से शांति व सौहार्द के वातावरण में संपन्न हो गया। हालांकि इस साल पर्व के अवसर पर आयोजनों पर कोरोना का थोड़ा असर दिखा फि़र भी अधिकांश जगह पर लोगों के उल्लास में कोई कमी नहीं दिखी। गांव-गांव से लेकर शहर तक लोग रंग-गुलाल में डूबे दिखे। गांवों से लेकर शहर में भी कई जगहों पर पारंपरिक होली गायन का आयोजन किया गया।
हालांकि होली गायन के दौरान कई जगह लोगों ने सतर्कता दिखाते हुए थोड़ी दूरी का खयाल भी रखा। सड़कों पर इस साल गतिविधियां आम तौर पर कम नजर आई। लोग एक दूसरे से मिलने जुलने में भी आम तौर पर थोड़ा परहेज करते दिखे। शहर के राजाबाजार में बाजार समिति परिसर स्थित शिव मंदिर के अलावा संकट मोचन मंदिर में भी सामूहिक होली गायन का लोगों ने आनंद लिया। कई अन्य मुहल्लों में भी लोगों ने घर के पास होली गायन का आयोजन किया था।
मटका फ़ोड़ने से पुलिस ने रोका, शरारती तत्वों ने की रोड़ेबाजी
जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 के मद्देनजर इस बार मटका फ़ोड़ कार्यक्रम पर रोक लगायी गयी थी, जिसे लेकर प्रभारी एसडीओ हरप्रीत सिंह एवं एसडीपीओ अशोक कुमार पांडेय द्वारा शहरी क्षेत्र में घूम-घूम कर पालन कराने का काम किया जा रहा था। इसी दौरान एसडीपीओ दल-बल के साथ बाजार समिति परिसर पहुंचे तो वहां देखा कि डीजे बज रहा है और युवक मटका फ़ोड़ कार्यक्रम में लगे हुए हैं। पुलिस को देखते ही सभी युवक भागने लगे।
पुलिस ने युवकों को खदेड़ा और मटका को जब्त कर लिया। साथ ही बिजली के तार सीज कर लिया। तार सीज करते ही युवक बौखला गये और पुलिस को गाली-गलौज करते हुए रोड़ा फ़ेंक दिया। इसके बाद पुलिस भी सभी युवकों को खदेड़ने लगी। बवाल होने की खबर पाकर एसएसबी हरिओम कुमार भी मौके पर पहुंच गये। उसके बाद पुलिस ने सभी को खदेड़ दिया। बाद में एसडीपीओ के निर्देश पर बाजार समिति में पुलिस को तैनात कर दिया गया।
होली के दिन लोग सुबह से ही सड़कों पर नजर आए और एक दूसरे को रंगों से सराबोर करते रहे। इसके पूर्व होलिका दहन के दौरान भी इस साल डीजे बजाने की अनुमति नहीं दी गई थी। प्रशासन ने अपने आदेश को सख्ती से पालन कराने में रूचि दिखलाई। कई जगहों से डीजे को अधिकारियों ने जब्त कर लिया। वहीं होलिका दहन में शहर से गांव-गांव तक लोगों ने विधान के साथ मौके पर जुटकर अगजा जलाया। अधिाकांश जगहों पर लोगों ने होलिका दहन के अवसर पर होली गायन किया।
शाम साढ़े आठ बजे तक शुभ मुहूर्त में लोगों ने होलिका दहन का विधान संपन्न करा लिया। अगजा के वक्त हर जगह शहर में प्रशासनिक सक्रियता चुस्त दिखी। शहर में पूरे पर्व के दौरान प्रशासनिक सक्रियता इस साल कुछ ज्यादा दिखी। किसी को ज्यादा भीड़-भाड़ लगाने की अनुमति नहीं दी जा रही थी। गांवों में कई जगहों पर होलिका दहन व होली के दिन रंग को लेकर मारपीट की वारदात भी सामने आई। इस वर्ष होली पर वर्षों बाद शहर में पारंपरिक झुमटा व मटका फ़ोड़ने का सिलसिला बंद रहा।
चौकीदार ने डीजे बजाने से रोका तो मारपीट कर किया घायल
घोसी। थाना क्षेत्र के गोलकपुर समेत विभिन्न गांवों में होली के दौरान हुई मारपीट में चौकीदार समेत पांच लोग घायल हो गए। घायल सबों को स्थानीय पीएचसी में इलाज हेतु भर्ती कराया गया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक गोलकपुर गांव में चौकीदार शंकर पासवान अपने ड्यूटी में तैनात था। इसी दौरान गांव के कुछ लोग डीजे बजाने का प्रयास कर रहे थे, जिसे मना करने पर गुस्साए ग्रामीणों ने चौकीदार शंकर पासवान एवं बेटे राहुल कुमार की पिटाई कर दी। वही मुर्गियाचक के समीप मारपीट में शंभू कुमार समेत दो लोग घायल हो गए। इस मामलें पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चौकीदार के साथ मारपीट में शामिल रंजीत चौधारी, दीपक चौधारी एवं मुकेश कुमार को मौके से गिरफ्तार किया कर लिया।
दरअसल प्रशासन ने पहले ही इन आयोजनों पर प्रतिबंध लगा रखा था। प्रशासनिक आदेश पर अमल कराने के लिए पुलिस के अधिकारी व ड्यूटी में तैनात मैजिस्ट्रेट दिन भर पूरी तरह से सक्रिय रहे। शहर के पारंपरिक स्थानों पर इस साल मटका फ़ोड़ प्रतियोगिता का आयोजन नहीं हुआ लेकिन कुछ जगहों पर पुलिस की नजरों से छुपकर कुछ युवाओं ने मटका फ़ोड़ने का विधान चुपके से फ़टाफ़ट संपन्न करा लिया। हालांकि मंगलवार को पूरे दिन सड़कों पर रंग-गुलाल उड़ेलने का सिलसिला दोपहर बाद तक जारी रहा। सड़कों पर मंगलवार को पूरे दिन विरानगी पसरी रही।