नयी दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन जीडीपी में 8 फीसदी की गिरावट के अनुमान से बेहतर रहेगा। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को यह उम्मीद जताई है। वित्त मंत्रालय ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के रुख में ठकराव तथा टीकाकरण शुरू होने के बाद अब आर्थिक गतिविधियां रफ्तार पकड़ रही हैं। मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग ने अपनी मासिक रिपोर्ट में कहा कि विकसित देशों में कोविड-19 की नई लहर और संक्रमण के नए प्रकार के बाद नए सिरे से लॉकडाउन लगाया गया है। इससे वैश्विक उत्पादन में सुधार की रफ्तार कम हुई है लेकिन इसके उलट भारत में कोविड-19 के संक्रमण में गिराट के ग्राफ में हल्के ठहराव के बाद भी गतिविधियों ने रफ्तार पकड़ी है और उपभोक्ताओं के आत्मविश्वास में सुधार नहीं डिगा है। टीकाकरण अभियान के बाद उपभोक्ताओं की धारणा सुधरी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में महामारी के बाद पहली बार सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर सकारात्मक हुई है। इससे धारणा बेहतर हुई है। ऐसे में चालू वित्त वर्ष के अंत तक गतिविधियां जीडीपी के दूसरे अग्रिम अनुमान के आकलन की तुलना में बेहतर रहेंगी। इसमें कहा गया है कि रिजर्व बैंक के तीसरी तिमाही के औद्योगिक परिदृश्य सर्वे से भी इस धारणा की पुष्टि होती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर सकारात्मक रहेगी।