बता दें पश्चिम बंगाल में 27 मार्च और एक अप्रैल को क्रमश: पहले और दूसरे चरण के विधानसभा चुनावों में 30-30 सीटों पर मतदान होने हैं. दूसरे चरण में जिन सीटों पर चुनाव होना है उनमें तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नंदीग्राम विधानसभा सीट भी आती है. बंगाल के चुनाव में टीएमसी और भाजपा के बीच कड़े मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही है. ये चुनाव 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में होंगे. मतगणना दो मई को होनी है.
युवा चेहरों और पेशेवरों को खड़ा करने का फैसला
प्रदेश भाजपा के सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने हाल में हुई अपनी कोर समिति की बैठक के दौरान कई युवा चेहरों और पेशेवरों को खड़ा करने का फैसला किया है. पूर्व मंत्री राजीव बनर्जी और शुभेंदु अधिकारी समेत तृणमूल कांग्रेस से भगवा दल का दामन थामने वाले 19 विधायकों को उनके पुराने विधानसभा क्षेत्रों से ही टिकट दिये जाने के अलावा पार्टी द्वारा बंगाली फिल्म जगत से जुड़े कई लोगों को भी टिकट दिये जाने की उम्मीद है.सूत्रों ने कहा कि घोष को खड़गपुर सदर सीट से खड़ा किये जाने की चर्चा है जिस पर उन्होंने 2016 में जीत हासिल की थी. उन्होंने हालांकि 2019 में गोपीबल्लुपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. बाद में खड़गपुर सीट पर हुए उपचुनाव के दौरान भाजपा उम्मीदवार को टीएमसी उम्मीदवार से शिकस्त झेलनी पड़ी थी.
BJP में दुविधा- अधिकारी को नंदीग्राम सीट से खड़ा किया जाए या नहीं
पार्टी हालांकि अभी इस बात को लेकर दुविधा में है कि अधिकारी को नंदीग्राम सीट से खड़ा किया जाए या नहीं. पिछले साल दिसंबर में इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने से पहले वह इस सीट से विधायक थे. भाजपा 2019 के लोकसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल की 42 में से 18 सीटें जीतकर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी बनकर उभरी.