नई दिल्ली, दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने जेल मुख्यालय को हाल ही में पत्र लिखा है जिसमें रोहिणी जेल में तैनात 82 जेलकर्मियों से पूछताछ की अनुमति मांगी गई है। यह पूछताछ ठगी के मामले में बंद सुकेश चंद्रशेखर को रोहिणी जेल में गैर कानूनी सुविधाएं उपलब्ध कराने के मामले में होनी है। अब जेल मुख्यालय से इस मामले में दिल्ली पुलिस को पत्र भेजकर यह कहा गया है कि जिन जेलकर्मियों से पूछताछ की अनुमति मांगी गई है, उनके खिलाफ फिलहाल पुलिस के पास ऐसी कौन सी जानकारी या सुबूत हैं, जिनके आधार पर पूछताछ जरूरी है।
जेल प्रशासन द्वारा दिल्ली पुलिस को भेजे गए पत्र के बाद अब रोहिणी जेल में तैनात 82 जेलकर्मियों को फिलहाल राहत महसूस हो रही है, जिनके मन में अपनी गिरफ्तारी को लेकर आशंकाएं थीं। दरअसल, रोहिणी जेल में तैनात कर्मियों को पिछले कुछ दिनों से इस बात की चिंता सता रही थी कि सुकेश चंद्रशेखर मामले में विभागीय कार्रवाई के साथ वे पुलिसिया कार्रवाई की जद में न आ जाएं। शुक्रवार को इसी मसले पर रोहिणी जेल में तैनात करीब सौ कर्मियों ने जनकपुरी स्थित जेल मुख्यालय के सामने धरना दिया था।
जेल प्रशासन का इस मसले पर दो टूक कहना है कि दिल्ली पुलिस को हर कर्मी के बारे में जिससे वह पूछताछ करना चाहती है, उनके बारे में अलग-अलग बिंदुवार जानकारी देनी होगी, कि किस तरह के साक्ष्य उनके खिलाफ अभी तक मिले हैं। या फिर ऐसी कौन सी बात है, जिनके आधार पर पूछताछ जरूरी है। दिल्ली पुलिस यदि उत्तर देगी तब जेल अधिकारी यह विचार करेंगे कि पुलिस के उत्तर में कितना दम है। इसके बाद यदि जेल प्रशासन इस मामले में यह जरूरी समझेगा कि अब पूछताछ की अनुमति दी जानी चाहिए, तब आगे की कार्रवाई की जाएगी।