नई दिल्ली । बवाना जेजे कालोनी के पार्को में धड़ल्ले से मस्जिदों का निर्माण किया जा रहा है। इस वजह से बच्चों के खेलने व बुजुर्गो के टहलने की जगह खत्म होती जा रही है। सरकारी जमीन पर किए जा रहे धार्मिक स्थलों के निर्माण को लेकर स्थानीय लोग काफी नाराज हैं। अब जिस तरह से नगर निगम ने दिल्ली में अतिक्रमण व अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान छेड़ा है, ऐसे में लोग आस लगाकर बैठे हैं कि बवाना जेजे कालोनी के पार्को से भी जल्द अतिक्रमण हटाया जाएगा।
विडंबना है कि कुछ लोग धर्म के नाम पर इस तरह के अतिक्रमण व अवैध निर्माण को बढ़ावा दे रहे हैं। पहले वह झुग्गी डालकर छोटा सा धार्मिक स्थल बनाते हैं और फिर धीरे-धीरे उसे बड़ा रूप दे दिया जाता है। जैसे-जैसे चंदा इकट्ठा होता रहता है, वैसे वैसे धार्मिक स्थल बड़ा होता रहता है। फिलहाल, बवाना जेजे कालोनी में 20 से ज्यादा छोटे-बड़े धार्मिक स्थल हैं, जिनमें से 10 से ज्यादा सरकारी जमीन (दिल्ली शहरी आवास बोर्ड, नगर निगम, डीडीए) पर अवैध रूप से बनाए गए हैं। बवाना जेजे कालोनी के बी, सी व डी ब्लाक में अभी भी धार्मिक स्थलों पर निर्माण जारी है।
पार्को में धार्मिक स्थल बनाने का ही नतीजा है कि अब बवाना जेजे कालोनी के 80 फीसद बच्चे, युवा, बुजुर्ग व महिलाएं सड़कों पर खेलने व टहलने को मजबूर हैं। सुबह से शाम तक बवाना से नरेला रोड पर सैकड़ों की संख्या में लोग दिखाई देते हैं। स्थानीय निवासी संजय ने शुक्रवार को बताया कि वर्षो से बवाना जेजे कालोनी में सरकारी जमीन पर कब्जा करने का खेल चल रहा है।