पटना। 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपना विपक्षी एकता का मिशन और तेज कर दिया है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार की सुबह शरद पवार और उद्धव ठाकरे से मिलने मुंबई रवाना हो गए।
जानकारी के अनुसार, नीतीश कुमार विपक्षी एकता का संदेश लेकर मुंबई गए हैं। उनके साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, बिहार विधान परिषद के सभापति देवेशचंद्र ठाकुर और सहकारिता मंत्री संजय कुमार झा भी मुंबई रवाना हुए हैं।
वहीं, मुंबई में जदयू की ओर से नीतीश कुमार का जोरदार स्वागत करने की तैयारी है। मुंबई में जगह-जगह ‘देश मांगे नीतीश’ के पोस्टर नजर आ रहे हैं। इन पोस्टर पर नीतीश कुमार के सहर्ष स्वागत की बात लिखी है।
कहा जा रहा है कि अगर, विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ एकजुट होते हैं तो नीतीश कुमार को नेतृत्व सौंपा जा सकता है। ऐसे में जदयू अभी से नीतीश कुमार को विपक्षी दलों का नेता बनाने में जुटा है।
इधर, नीतीश कुमार के मुंबई दौरे को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा तेज है। नीतीश मुंबई में उद्धव ठाकरे और शरद पवार से विपक्षी एकजुटता को लेकर विमर्श करेंगे।
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी दलों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। वे विपक्ष के नेताओं से घूम-घूमकर मुलाकात कर रहे हैं। उन्होंंने बुधवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी। दोनों की मुलाकात सकरात्मक बताई जा रही है।
सोरेन से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि वे लोग मिलजुल कर आगे बढ़ते रहेंगे। एकजुट होकर देश को बनाने में योगदान करेंगे। झारखंड और देश के विकास के लिए काम करेंगे। इधर, हेमंत सोरेन ने नीतीश को अपना अभिभावक बताया है।
वहीं, दो दिन पहले बिहार के सीएम ओडिशा दौरे पर थे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की थी। हालांकि, दोनों ने किसी भी राजनैतिक मुद्दे पर बातचीत से इनकार किया था।
नीतीश कुमार ने कहा कि उनके नवीन पटनायक से संबंध अच्छे है। इसलिए मिलने आए हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि विपक्षी एकता का संदेश लेकर गए नीतीश कुमार की पटनायक से बात नहीं बनी।
नीतीश से मुलाकात के बाद पीएम मोदी से मिलेंगे नवीन पटनायक
वहीं, ओडिशा के सीएम गुरुवार को पीएम मोदी से मिलने दिल्ली रवाना होंगे। अब नीतीश कुमार से मुलाकात के दो दिन बाद नवीन पटनायक का दिल्ली पहुंचना भी चर्चा का विषय बन गया है। बताया जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर पटनायक और पीएम मोदी में बात हो सकती है।