रांची। मानसिक रोग चिकित्सालय रिनपास लौट रही महिला मरीजों के साथ छेड़खानी करने का मामला सामने आया है। वहीं उनके साथ दुष्कर्म होने की भी आशंका है। रिनपास की उप निदेशक सीमा सिंह ने बताया कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है, निदेशक के लौटने पर वे मामले की जानकारी लेंगी।
बता दें कि कुछ महीने पहले मानिसक रूप से बीमार 20 महिलाओं को धनबाद स्थित एक एनजीओ सेंटर में भेजा गया था लेकिन वहां की खराब व्यवस्था के कारण सभी को रिनपास प्रबंधन ने वापस लाने का निर्णय लिया। बुधवार को सभी को सड़क मार्ग से लाने के लिए रिनपास के कुछ पुरुष और महिला कर्मी गए थे। जब मरीजों को यहां लाया गया तो यह बात सामने आई कि कुछ महिलाओं के साथ वाहन में छेड़खानी और दुष्कर्म हुआ है।
रिनपास के सुपरिटेंडेंट विनोद कुमार महतो ने बताया कि महिलाओं के आने के बाद यह खबर आ रही है कुछ महिलाओं से दुष्कर्म हुआ है लेकिन अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। निदेशक अभी बाहर हैं, उनके आने के बाद आगे की कार्रवाई और जांच की जाएगी। वहीं रिनपास की उप निदेशक सीमा सिंह ने बताया कि मामले में कोई जानकारी नहीं है। निदेशक जयति सिमलई छुट्टी पर है, उनके आने के बाद वे मामले की जानकारी लेंगी।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार महिलाओं को धनबाद में भोजन में सिर्फ खिचड़ी परोसी जा रही थी। जिस कारण उन्हें रिनपास वापस लाया गया। महिलाएं मानिसक रूप से बीमार हैं और इसलिए उनके साथ हुई घटना को लेकर सुना नहीं जा रहा है। जबकि अभी तक न ही इसकी लिखित शिकायत पुलिस से की गई है और न ही इनकी कोई मेडिकल जांच कराई गई है।
मालूम हो कि हाल में ही राष्ट्रीय मानवाधिकार की टीम ने रिनपास का दौरा किया था। इधर, एनजीओ से सभी 20 महिलाओं को रिनपास लाया गया, जहां रिनपास के धर्मशाला में रात को रहने की जगह दी गई है और प्रबंधन उन्हें गुरुवार को फिर से रीएडमिट करेगा। बुधवार की रात रिनपास आने के बाद सभी महिलाओं को दवा दी गई और उन्हें सुला दिया गया।