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नीट यूजी पेपर लीक मामला: पटना AIIMS के 4 मेडिकल छात्र CBI की हिरासत में, खंगाले जाएंगे हॉस्टल के कमरे


पटना। एम्स पटना के निदेशक डॉ. गोपाल कृष्ण पाल ने गुरुवार को बताया कि नीट पेपर लीक मामले (NEET UG Paper Leak Case) में सीबीआई ने तीन मेडिकल छात्रों को पकड़ा है जबकि एक ने खुद समर्पण किया है। हम जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं। पेपर लीक में नाम आने से मेडिकल छात्रों में तनाव है। इसके अलावा, एम्स पटना व स्वास्थ्य मंत्रालय की गरिमा प्रभावित हुई है।

उन्होंने बताया कि सीबीआई ने समय-समय पर इस मामले में अद्यतन प्रगति से अवगत कराने को कहा है। यदि जांच रिपोर्ट में दोष की पुष्टि होती है तो इन छात्रों पर प्रबंधन सख्त कार्रवाई करेगा।

‘पूछताछ करने की सूचना, पर उठाकर ले गए’

निदेशक डॉ. गोपाल कृष्ण पाल ने बताया कि बुधवार को सीबीआई टीम ने चार छात्रों के नाम व फोटो मुहैया कराते हुए इनसे पूछताछ करने की बात कही थी। दोपहर को जब हम डीन एकेडमिक डॉ. उमेश भदानी व ओएसडी डॉ. अनिल कुमार के साथ वार्षिक समारोह की तैयारियों के लिए छात्रावास व कैफेटेरिया का निरीक्षण कर रहे थे, तभी सीबीआई टीम आई।

उन्होंने बताया कि सीबीआई की टीम अपने साथ सिवान निवासी थर्ड ईयर के छात्र चंदन सिंह को उठाकर ले गई। इसके बाद शाम को टीम फिर वापस आई और एमबीबीएस थर्ड ईयर के ही पटना निवासी कुमार शानू व धनबाद के मूल निवासी राहुल आनंद को ले गई। इसकी जानकारी होने पर सेकेंड ईयर का छात्र अररिया निवासी करण जैन खुद सीबीआई के पास गया और सरेंडर कर दिया।

उन्होंने कहा कि सीबीआई टीम के चीफ ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी समय-समय पर देने का आश्वासन दिया है।

निदेशक के सामने खोले जाएंगे सील कमरे

निदेशक ने बताया कि सीबीआई टीम ने छात्रों को साथ ले जाने के समय उनके कंप्यूटर, लैपटॉप व डायरी आदि के जांच की जरूरत बताई थी। इसके बाद से चारों छात्रों के कमरों को सील कर दिया गया है। सीबीआई टीम जब आएगी तब मेरे सामने कमरे खोलकर उनकी जांच करेगी। सभी छात्रों के कमरे अलग-अलग हैं और छात्रावास भी अलग हैं।