जगराओं (लुधियाना)। पंजाबी फिल्मों के सुपरहिट अभिनेत्री दलजीत कौर का वीरवार सुबह निधन हो गया। वह जगराओं के निकट स्थित गुरुसर सुधार में अपने भाई के घर पर थीं। पति के निधन के बाद दलजीत कौर 12 वर्षों से भाई के घर पर ही रह रही थी और लंबे समय से बीमार थीं।
दलजीत कौर के निधन की खबर से पंजाबी सिने जगत में शोक की लहर दौड़ गई। एक वक्त था जब दलजीत कौर का पंजाबी सिने जगत में राज था। दलजीत कौर ने 10 से ज्यादा हिंदी फिल्मों में भी काम किया, जबकि पंजाबी में 70 से अधिक फिल्मों में काम किया। दलजीत कौर ने अपने अभिनय करयर की शुरुआत पुणे फिल्म संस्थान से की थी।
मूलरूप से लुधियाना के ही गांव एतिआणा की रहने दलजीत कौर ने कई सुपरहिट फिल्मों में अभिनय किया। उनकी अपनी कोई संतान नहीं। अभिनेत्री होने के साथ-साथ दलजीत कौर कबड्डी और हाकी की नेशनल खिलाड़ी भी रह चुकी हैं। 1953 में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में जन्मी दलजीत कौर ने अपने समय के पंजाबी फिल्मों के सुपरस्टार वरेंद्र के साथ कई सुपरहिट फिल्में दी।
दलजीत कौर ने 1976 में कलाजगत में कदम रखा। उनकी पहली फिल्म दाज थी। इसके अलावा उन्होंने पुत्त जट्टां दे, मामला गड़बड़ है, की बणु दुनिया दा, सरपंच और पटोला जैसी फिल्मों में भी अभिनय किया। दलजीत ने पंजाबी फिल्म सिंग वरसिज कौर में गिप्पी ग्रेवाल की मां का किरदार निभाया था।
पति हरमिंदर सिंह दिओल का एक सड़क हादसे में निधन होने के बाद उन्होंने फिल्मों में काम करना बंद कर दिया था। इसके बाद वह बीमार रहने लगीं तो लुधियाना के कस्बा गुरुसर सुधार में अपने भाई हरजिंदर सिंह खंगूड़ा के पास आ गई थीं।
श्री राम कालेज से की थी ग्रेजुएशन
दलजीत कौर ने दिल्ली के लेडी श्री राम कालेज से ग्रेजुएशन के बाद नेशनल स्कूल आफ फिल्म एंड ड्रामा पुणे से कला क्षेत्र में हाथ आजमाने के लिए डिप्लोमा किया था। दलजीत कौर ने 10 से ज्यादा हिंदी और 70 से अधिक पंजाबी फिल्मों में काम किया था।