पटना

पटना: विपक्ष ने नहीं चलने दी विधान सभा


      • सशस्त्र पुलिस विधेयक का विपक्ष कर रहा था विरोध
      • विधेयक को ‘काला कानून’ करार दिया
      • बजट प्रस्ताव पर सदन में होनी थी किसी और दिनचर्चा
      • सदन में सशस्त्र पुलिस विधेयक की फाड़ी प्रतियां
      • सदन में दो दिन पहले वाली स्थिति बनी, अध्यक्ष ने चेताया

(आज समाचार सेवा)

पटना। शुक्रवार को विपक्ष ने विधानसभा नहीं चलने दिया। विपक्ष बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक, २०२१ का विरोध कर रहा था। विपक्ष को समझाने- बुझाने और शांत करने का विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के तमाम प्रयास विफल हो गये। अंत में उन्होंने सोमवार तक के लिए विधानसभा को स्थगित कर दिया।

विधानसभा में ‘आज’ बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक : २०२१, पटना विश्व विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक : २०२१, बिहार राज्य विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक : २०२१ और बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग संशोधन विधेयक : २०२१ पर प्रस्ताव आना था। इन प्रस्तावों पर चर्चा किसी और दिन होती, किन्तु प्रस्ताव पेश होने के पहले ही राजद, कांग्रेस और वामदल के सदस्य सदन में हंगामा करने लगे। विपक्ष के सदस्य ‘काला कानून वापस लो- काला कानून वापस लो’ के नारे लगाते रहे। विपक्ष ने सदन में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक की प्रतियां फाड़ कर उड़ा दीं। इस संशोधन विधेयक के विरोध में विपक्ष के कई सदस्य वेल में बैठ गये और हंगामा करते रहे।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जिस दिन बजट प्रस्ताव आयेगा, उस दिन वपक्ष को प्रस्ताव पर चर्चा करने का पूरा मौका दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि चर्चा वाले दिन ही मामला तय होगा। उन्होंने कहा कि आज एक-दो नहीं, बल्कि ४३ गैर सरकारी संकल्प लाये जाने का प्रस्ताव है। इन गैर सरकारी संकल्पों पर १०४ नये-पुराने विधायक विमर्श करेंगे, किन्तु विपक्ष उनकी बात सुनने को तैयार हीं था। वे बार-बार विपक्ष को अपने-अपने स्थान पर बैठने की अपील करते रहे, किन्तु विपक्ष नहीं माना।

वह विधेयक का ‘काला कानून’ बताकर इसे वापस लेने की मांग करता रहा। हंगामे के बीच सदनमें दो दिन पहले वाली स्थिति भी बन गयी। हंगामा कर रहे विपक्ष के कुछ विधायकों ने अध्यक्ष की ओर अंगुली भी उठा दी। इस पर अध्यक्ष ने विपक्ष को जमकर लताड़ लगायी। उन्होंने कहा कि विपक्ष अंगुली दिखाने की फिर गलती न करे। अध्यक्ष की चेतावनी के बाद विपक्ष ने अंगुली तो नहीं उठायी, परन्तु वेल में उनका हंगामा जारी रहा।

अंत में विस अध्यक्ष ने विधानसभा को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया। विधानसभा की काररवाई अब मंगलवार से पुन: शुरू होगी।