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- 490 शिक्षकों ने नहीं सौंपा संकुल प्रधानाध्यापकों को प्रभार
- होगी काररवाई, दो दिन में मांगी गयी रिपोर्ट
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(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। हटाये जाने के बावजूद 127 संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक न तो अपने मूल विद्यालय में शिक्षक के मूल पद पर लौटे हैं और न ही संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक का उन्होंने प्रभार ही सौंपा है। इसके साथ ही 490 संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक ऐसे हैं, जिन्होंने अपने मूल विद्यालय में शिक्षक के अपने मूल पद पर योगदान तो कर लिया है, लेकिन संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक का प्रभार नहीं सौंपा है।
इसे बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने गंभीरता से लिया है। इस मामले में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (प्रारंभिक शिक्षा एवं एसएसए) से रिपोर्ट मांगी है। इसके लिए उन्हें दो दिन की मोहलत दी गयी है। रिपोर्ट आने के बाद हटाये जाने के बावजूद मूल विद्यालय में अपने शिक्षक के मूल पद पर योगदान नहीं देने तथा संसाधन केंद्र समन्वयक का प्रभार नहीं सौंपने वाले शिक्षकों पर काररवाई तय मानी जा रही है।
आपको याद दिला दूं कि संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक पद पर शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति तत्काल प्रभाव से निरस्त करने संबंधी आदेश शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव संजय कुमार के हस्ताक्षर से दो सितंबर को जारी किये गये। दरअसल, राज्य के प्रखंड संसाधन केंद्र एवं संकुल संसाधन केंद्र में क्रमश: प्रखंड साधन सेवी (बीआरपी) एवं संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक (सीआरसीसी) की उपादेयता के संबंध में अनुशंसा देने हेतु शिक्षा विभाग ने तीन अगस्त को एक उच्चस्तरीय कमेटी गठित की थी। कमेटी की बैठक 18 अगस्त को हुई। उसमें की गयी अनुशंसा के आलोक में वर्तमान में कार्यरत सभी संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक को तत्काल प्रभाव से अपने मूल विद्यालय में अध्यापन कार्य सम्पादित करने के लिए कार्य विरमित किया गया। संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक की प्रतिनियुक्ति के संदर्भ में किसी भी स्तर से निर्गत सभी आदेश तत्काल प्रभाव से निरस्त किये गये। 16 सितंबर तक सभी संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक संकुल संसाधन केंद्र का प्रभार संकुल विद्यालय के प्रधानाध्यापक को सौंपने थे।
इससे इतर 16 सितंबर की डेटलाइन के 11 दिन गुजरने के बावजूद 5,317 संकुल संसाधन केंद्र समन्वयकों में से 127 संकुल संसाधन केंद्र समन्वयकों ने अपने मूल विद्यालय में शिक्षक के मूल पद पर योगदान नहीं दिया है। बात इतने पर ही खत्म नहीं होती है। इन 127 संकुल संसाधन केंद्र समन्वयकों ने संबंधित संकुल विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक का प्रभार भी नहीं सौंपा है। ये 127 संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक 18 जिलों के हैं। इन 18 जिलों में बेगूसराय, भोजपुर, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, गया, जमुई, जहानाबाद, खगडिय़ा, मधुबनी, नालंदा, नवादा, पटना, रोहतास, सारण, सीतामढ़ी, सुपौल, वैशाली एवं पश्चिमी चंपारण शामिल हैं।