(आज समाचार सेवा)
पटना। राज्य के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि राज्य के सभी खेतों क पानी एवं सभी लोगों तक पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सरकार कृत संकल्पित है। सात निश्चय द्वितीय के तहत सभी खेतों तक जल उपलब्ध करा दिया जाएगा। श्री झा मंगलवार को जल संसाधन विभाग के आय-व्ययक पर आयोजित वाद-विवाद में विपक्ष के सवालों का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए गंगाजल उद्ïव्यय योजना पर तेजी से कार्य हो रहा है। काफी मात्रा में पाइप लाइन बिछाने का काम हो चुका है। जब मानसून का समय होगा तब पानी को लिफ्ट करके पेय जल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। इसी प्रकार कुशेश्वर स्थान को जलमुक्त करने की दिशा में काम किया जा रहा है।
जल संसाधन मंत्री ने कहा कि सभी क्षेत्रों में जल उपलब्ध कराने के लिए संयुक्त सर्वेक्षण दल बनाया गया है। सौ दिन में सर्वेक्षण का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसी प्रकार सिंचाई निश्चय के लिए एप बनाया गया है। इसके तहत सिंचित एवं असिंचित क्षेत्र का पता लगाने के लिए डेटा एकत्रित किया जा रहा है। इसके तहत अनेक सिंचाई योजनाओं पर काम चल रहा है। जीपीएस मैपिंग के जरिए विभाग को जानकारी मिल रही है।
श्री सिंह ने कहा कि जैसे पंजाब-हरियाणा में हरित क्रांति के बाद वहां के किसानों की आमदनी बढ़ गयी। वैसे ही आने वाले पांच वर्षों में बिहार में ग्रीन रिवोल्यूशन होने वाला है। पिछले वर्ष जल जीवन हरियाली पर तेजी से काम हुआ था, बीच में कोरोना आ गया। मुख्यमंत्री जी को पर्यावरण संरक्षण के काम के लिए यूनाइटेड नेशन ने आमंत्रित किया था।
उसी का परिणाम था कि बिहार में जल जीवन हरियाली जैसी वृहत योजना बनी। अब इस योजना पर तेजी से काम हो रहा है। वाद-विवाद में कृष्ण मोहन, रश्मि वर्मा, अरुण सिंह, प्रमोद कुमार मांझी तथा डा. सत्येंद्र यादव समेत आदि सदस्यों ने हिस्सा लिया। आरंभ में सदस्य विजय शंकर दूबे ने कटौती प्रस्ताव लाया गया, जिसे ध्वनिमत से खारिज कर दिया गया।