अनियमितता के बाद टेंडर रद्द
पटना (आससे)। पटना स्मार्ट सिटी सहित सूबे के कई स्मार्ट सिटी में हो रहे शिथिल कार्य से सदन के सभी सदस्यों ने सरकार पर ठीकरा फोड़ा है। विप सदस्य संजीव श्याम सिंह द्वारा पूछे गये सवाल के जबाव में उप मुख्यमंत्री सह नगर विकास एवं आवास मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत प्रस्तावित इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर की टेंडर प्रक्रिया में कई गंभीर अनियमिततायें पाये जाने के बाद इस टेंडर को रद्द कर दिया गया है।
इस योजना के निविदा प्रक्रिया की जांच विभागीय स्तर पर गठित कमिटी द्वारा की गयी है। इस निविदा में गंभीर अनियमितताओं एवं निविदा निष्पादन में बरती गयी गंभीर अनियमितताओं एवं निविदा निष्पादन में बरती गयी गंभीर लापरवाही के लिए सभी संबंधितों पर कार्रवाई करने के लिए प्रमंडलीय आयुक्त पटना को निर्देशित किया गया है। उप मुख्यमंत्री श्री प्रसाद ने कहा कि पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड का वर्तमान रैंक 37 है।
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के दो रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया पूर्ण की जा चुकी है। भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के लिए गठित एसपीवी की क्रियान्वयन के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग के आलोक में विभिन्न पदों पर संविदा पर नियोजन की प्रक्रिया की गयी है। बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी के तहत एसपीवी का गठन किया जा चुका है। वर्तमान में नौ पदाधिकारी एवं कर्मी कार्यरत है।
स्मार्ट सिटी के शिथिल कार्य को देखते हुए विप सदस्य दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि स्मार्ट सिटी का काम बिहार में काफी पीछे चल रहा है। उप मुख्यमंत्री सह नगर विकास मंत्री श्री प्रसाद ने कहा कि नगर विकास मंत्री के प्रभार में आने के बाद विभाग के प्रधान सचिव की अध्यक्षता में एक कमिटी का गठन किया गया है। प्रमंडलीय आयुक्त के प्रतिवेदन आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।