नई दिल्ली। डीजल और पेट्रोल कार मालिकों के सामने दो सबसे बड़ी समस्याएं रहती हैं। एक तो उन्हे ईंधन के लगातार बढ़ते हुए दाम डराते हैं वहीं दूसरी ओर कार का से निकलने वाला माइलेज उनकी दूसरी सबसे बड़ी परेशानी है। अगर आप भी इस समस्या को झेल रहे हैं तो हम अपने इस लेख में आपको इससे पार पाने के लिए कुछ तरकीब के बारे में बताने जा रहे हैं। इनकी मदद से कार की फ्यूल इकॉनमी सुधर सकती है। आइए क्रमवार इन टिप्स के बारे में जान लेते हैं।
एक्सीलेटर का सही उपयोग
कार का माइलेज जितना सड़क की कंडीशन पर निर्भर करता है, उतना ही इसकी ड्राइविंग से भी फर्क पड़ता है। अपना वाहन चलाते समय, कम से कम थ्रॉटल का उपयोग करें क्योंकि अचानक गति बढ़ाने से आरपीएम हाई होता है और इससे उतना ही अधिक ईंधन जलता है। अच्छी फ्यूल इकॉनमी पाने के लिए आपको वाहन को सुचारू रूप से तेज करना चाहिए और एक्सीलेटर को धीरे से दबाना चाहिए।
स्थिर गति से ड्राइविंग
इससे तात्पर्य है कि गाड़ी को एक समान गति में ड्राइव करना चाहिए। इससे कार का माइलेज सुधरता है। कार चलाते समय इसमें अनावश्यक ब्रेकिंग और बार-बार रेव देने से बचना चाहिए। सड़क पर हो ट्रैफिक प्रवाह का अनुमान लगाकर, आप अपनी कार को सुचारू रूप से चला सकते हैं।
कार की सर्विस
हम लोग ज्यादातर इस बड़े काम को भूल जाते हैं या फिर लापरवाही के चलते इसमें ढिलाई बरतते हैं। कार मालिक जो एक आम गलती करते हैं, वो है समय पर कार सर्विस न करना। अच्छी फ्यूल इकॉनमी के लिए अपनी कार का रखरखाव और इसके जरूरी कंपोनेंट्स की देखभाल भी जरूरी है। कार में इंजन ऑयल और एयर फिल्टर को नियमित रूप से बदलना चाहिए।
टायर प्रेशर ठीक रखें
कार के चारों पहिंयो पर हवा का दवाब सही नहीं होने की वजह से वाहन के इंजन पर ज्यादा प्रेशर पड़ता है। ऐसे में कार का माइलेज भी कम हो जाता है। कार मालिकों को अच्छी फ्यूल इकॉनमी प्राप्त करने के लिए टायर प्रेशर सही रखने की जरूरत होती है। साथ ही नियमित रूप से कार के पहियों का अलाइनमेंट भी कराते रहें।
अच्छा फ्यूल डालें
अपनी पेट्रोल या डीजल कार में फ्यूल-अप कराने से पहले, ईंधन की गुणवत्ता की जांच करना सुनिश्चित करें। मिलावटी ईंधन इंजन को हानि पहुँचाता है, जिसके परिणामस्वरूप माइलेज भी कम होता है। लंबे रास्ते पर जाने से पहले वाहन में किसी भी विश्वसनीय फ्यूल स्टेशन पर ही ईंधन भरवाएं।