- प्रयागराज: महंत रहे नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत को आज 60 दिन पूरे हो चुके हैं, इसके बावजूद मामले की जांच कर रही सीबीआई के हाथ अभी भी कोई ठोस सुबूत नहीं लगा, जिसकी वजह से कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल नहीं कर सकी है। जबकि पिछले 50 दिन से जेल में बंद आनंद गिरी, आद्या तिवारी व संदीप तिवारी की ज्यूडिशियल कस्टडी (न्यायिक हिरासत) भी आज खत्म हो रही है। प्रयागराज की जिला कांफ्रेंसिंग अदालत में वीडियो के जरिए आज दोपहर सुनवाई होगी। शाम तक फैसला आने की उम्मीद है।
100 से अधिक लोगों के बयान दर्ज कर चुकी CBI
बता दें कि इससे पहले तीनों आरोपियों की न्यायिक हिरासत पर 10 नवंबर को जिला अदालत में सुनवाई हुई थी। इसमें अदालत ने 20 नवंबर तक न्यायिक हिरासत बढ़ा दी थी। सीबीआई घटना से जुड़े सभी पहलुओं की बारीकी से जांच पड़ताल कर रही है। मठ, मंदिर और महंत नरेंद्र गिरि के करीबियों के साथ-साथ तीनों आरोपियों से जुड़े व्यक्तियों समेत लगभग 100 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। हालांकि, जिस आपत्तिजनक वीडियो का जिक्र महंत नरेंद्र गिरि ने सुसाइड नोट में किया था, सीबीआई अभी तक आनंद गिरि या उनके किसी करीबियों के पास से बरामद नहीं कर सकी है।
क्या आडियो से खुल सकेगा मौत का राज?
मामले की जांच कर रही सीबीआई के हाथ एक ऑडियो लगी है, जो नरेंद्र गिरी के संदिग्ध मौत के पहले की बतायी जा रही है, जिसमे नरेंद्र गिरी को लेकर बातचीत की जा रही है। इस वाइस सैंपल की जांच के लिए शुक्रवार को सीबीआई की टीम के विशेषज्ञों की मदद से जेल में पहुंचकर आनंद गिरी की आवाज का नमूना लिया है, इसे अब जांच के लिए केंद्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला नई दिल्ली भेजा जाएगा। अब देखना यह है कि क्या यह नमूना मौत की असली वजह तक पहुंचा पाएगा।